[गिद्धौर | अभिषेक कुमार झा] :- मां नैतुला मंदिर परिसर स्थित सभा भवन में 9वां रविवारीय विचार मंच संगोष्ठी सह सदस्यता अभियान कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसकी अध्यक्षता कुमार पंचायत के मुखिया संजीव रंजन कुमार ने की । बाबा कोकिलचंद विचार मंच की कामयाबी हेतु सक्रिय सदस्यों ने माँ नैतुला मंदिर में पुजा अर्चना कर माँ का आशीष भी पाया।
मां के दरबार में बाबा कोकिलचंद त्रिसूत्र अनुपालन हेतु समिति के सचिव सह संयोजक चुनचुन कुमार ने निवेदन भरा अपील किया । वहीं संयोजक चुन चुन कुमार ने लोगों को विचार मंच का उद्देश्य नियम शर्त और बाबा कोकिलचंद का इतिहास के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए शराबमुक्त जीवन जीने की ,अन्न की रक्षा करने हेतू थाली में जूठा नहीं छोडने की शपथ ली और मंच की सदस्यता को ग्रहण किया ।
मां के दरबार में बाबा कोकिलचंद त्रिसूत्र अनुपालन हेतु समिति के सचिव सह संयोजक चुनचुन कुमार ने निवेदन भरा अपील किया । वहीं संयोजक चुन चुन कुमार ने लोगों को विचार मंच का उद्देश्य नियम शर्त और बाबा कोकिलचंद का इतिहास के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए शराबमुक्त जीवन जीने की ,अन्न की रक्षा करने हेतू थाली में जूठा नहीं छोडने की शपथ ली और मंच की सदस्यता को ग्रहण किया ।
विचार मंच के संयोजक चुन चुन कुमार ने अपने संबोधन में लोगों को विचार मंच का उद्देश्य, गतिविधि एवं नियमों की जानकारी दी। जिसका उद्देश्य जमुई जनपद के जन-मन में सदियों से सुप्रतिष्ठित तथा अखंड बिहार के विभिन्न अंचलों में, पिन्डी रुप में, आगाध श्रद्धा विश्वास पूर्वक पूजित "लोकदेवता बाबा कोकिलचंद " के लोक कल्याणकारी विचारों से जनजन को परिचिता कराना तथा तदनुरुप जीवन जीने की प्रेरणा लेना एवं परस्पर विचार विमर्श करते रहना है।
» आयोजित उक्त कार्यक्रम में निम्न गतिविधियां हुई :-
1). जमुई क्षेत्र में पले बढे और जिन्होनेयहाँ जीवन गढे ऐसे महान संतो ,कवियों मानीषियों का जयंती एवं सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन जमुई के होनहार प्रतिभाओं को प्रोत्साहित -सम्मानित करना तथा मंजिल तक पहुँचाने हेतू यथोचित मार्गदर्शन ।
(2) सम्मान समारोह ,नई शिक्षानीति के साथ साथ पारंपरिक संस्कार आरोग्यकारक योगाभ्यास तथा गीतारामायण आदि धार्मिक ग्र्ंथों स्वाध्याय पर बल ।
(3). धार्मिक विचार के साथ साथ वैज्ञानिकदृष्टि विकसित हो ,ऐसी टीकाओं व्याख्याओं को उपलब्ध कराने का प्रयास
(4)गिद्धौरिया बोली में रचित भजन कीर्तन गीत आदि के व्यापक प्रचार प्रसार हेतू विभिन्न माध्यमों का उचित उपयोग।
(5). परम्परागत खेती के साथ साथ आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक अधारित खेती से लाभ प्राप्त करने हेतू विशेषज्ञों द्वारा उपयोग चर्चा एवं व्यावहारिक ज्ञान देने की व्यवस्था ।
(6). देशी नश्ल की गाय पालन हेतू प्रोत्साहन करना ।
जैविक खेती अपनाने की व्यवस्था ।
(7).वातावरण एवं पार्यावराण संतुलन हेतू तुलसी घृतकुमारी आँवला नीम पीपल आदि पौधों का संरक्षण एवं संवर्धन का सत्प्रयास ।
(8).गोशाला के गतिविधियों को देखना एवं यथा योग्य सहयोग करना ।
दर्जनों लोगों ने अन्न की रक्षा हेतु थाली में जुठन नहीं छोडने ,शराब मुक्त जीवन जीने ,और गाय पालन की शपथ ।
आयोजित इस संगोष्ठी को सफल बनाने में ग्रामीण सेवा निवृत्त शिक्षक मुनेश्वर सिंह, बीस सुत्रीय सिंकदरा अध्यक्ष। आनुज सिंह, सिंहेश्वर सिंह आनुज सिह,किसान मोर्चा माहामंत्री मनोज सिंह, सिकन्दरा के पूर्व जिला परिषद नवल किशोर सिंह, अशोक सिंह ,नेम नारायण सिंह विद्यासागर सिंह, दुलास सिंह, उमाशंकर सिंह, हरदेव सिंह, विजय पांडेय, सोनो से लभित कुमार, दाबिल के दयाकांत राय, गंगरा के चंदन कुमार आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
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