Breaking News

6/recent/ticker-posts

जमुई : नहीं रूक रहा अवैध बालू का उठाव, अर्धरात्रि में होता है माफियाओं का नंगा नाच

जमुई (अर्जुन अरनव) :- Edited by-Abhishek Kumar Jha. :-
एक ओर लोग रात होते ही सोने की तैयारी में लगते हैं वहीं दूसरी ओर अवैध बालू लदे ट्रैक्टर की ताबड़तोड़ गड़गड़ाहट से लोगों का नींद हराम हो रहा है।


जी हां, सरकार द्वारा बालू उठाव पर रोक के बावजूद जमुई शहर के चारों ओर बालू माफियाओं द्वारा आधी रात के बाद नंगा नाच देखने को मिल रहा है। जिसपर प्रशासन बेखबर बनी बैठी हुई है। बताया जाता है कि आधी रात के बाद बालू माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से बालू का उठाव किया जा रहा है। यहाँ तक कि DM धर्मेंद्र कुमार के सख्त आदेश के बाद भी न बालू माफियाओं के मनोबल में कमी आई है और न ही पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध बालू खनन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की उदासीन रवैये से स्थानीय लोगों का नींद हराम हो गया है।
स्थानीय लोगों की माने तो पुलिस प्रशासन की मिली भगत  से अवैध बालू का उठाव किया जा रहा है। जबकि जमुई जिले के मलयपुर थाना क्षेत्र में बालू का उठाव इन दिनों काफी जोर-शोर से चल रहा है। चालक रात के अंधेरे में इस तरह से बालू की लूट-घसोट करते हैं कि जल्दबाज़ी में बालू तो उठा लेते हैं लेकिन बालू किस स्थान पर गिराना है उसे सही से पता नहीं होता है। नतीजतन बालू दूसरी जगह गिरा कर जैसे -तैसे भागने लगते हैं। इस संबंध में ग्रामीण राजू मोदी,विजय साह, अजय तांती का कहना है कि रात के अंधरे में हमारे खेत में कौन और कब बालू गिरा के चला जाता है, हमलोगों को कुछ पता नहीं चलता है। वहीं इस बालू की आंख मिचोली में चालक तो देर रात्रि बालू गिराया लेकिन मलयपुर की एक गरीब महिला रीता देवी का रखा हुआ सारा ईंट तोड़ते हुए फरार हो गया। रीता देवी ने बताई को वो अपने घर बनाने की ईंट मंगवाई थी जिसको ट्रैक्टर चालक द्वारा रातभर में ईंट को बिल्कुल चूर कर दिया है।



सूत्रों पर भरोसा करें तो स्थानीय थाना को बालू माफियाओं द्वारा मोटी रकम तय समय पर पहुंचा दिया जाता है। जिस कारण शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। और जो लोग स्थानीय थाना को तय समय पर रकम नही पहुंचाते हैं उसका ट्रैक्टर पकड़ लिया जाता है और कहते हैं कि बालू माफिया के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है।
खैर जो भी हो, अवैध बालू उठाव को लेकर माफियाओं ने कानूनी मापदंडों को जो ठेंगा दिखाया है वो ग्रामीणों के मन में कई तरह के  सवाल पैदा कर रहे हैं।