पहले चरण में ही जमुई में संपन्न हुए चुनाव में चिराग पासवान के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनसभा की थी...
सेंट्रल डेस्क | सुशांत साईं सुन्दरम :
बता दें कि फ़िलहाल लोजपा चीफ़ रामविलास पासवान नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं. इस बार हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा. एनडीए में हुए सीट शेयरिंग के अनुसार लोजपा को बिहार में 6 लोकसभा की सीटें चुनाव लड़ने दी गईं. साथ ही राज्यसभा की भी एक सीट लोजपा के हिस्से आई. रामविलास पासवान इस बार राज्यसभा के रास्ते सांसद जायेंगे. लोजपा के सूत्रों से यह पक्की खबर है कि रामविलास पासवान असम से राज्यसभा भेजे जायेंगे.
यूँ तो लोकसभा चुनाव के नतीजे अभी नहीं आए हैं, लेकिन एनडीए के घटक दलों के बीच कैबिनेट में शामिल होने के चर्चे लगातार हो रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या रामविलास पासवान खुद कैबिनेट का हिस्सा बनेंगे या उनके बेटे चिराग इस बार मंत्री बनेंगे, उन्होंने कहा कि इसपर फैसला लोजपा संसदीय बोर्ड करेगा. विदित हो कि रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान स्वयं ही लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन हैं.
चूँकि एनडीए में लोजपा के कोटे में एक ही मंत्री पद दिया जा सकता है ऐसे में कयास यह भी लगाया जा रहा है कि रामविलास पासवान अपने बेटे चिराग पासवान के लिए मिनिस्टर पद छोड़ सकते हैं.
चिराग पासवान जमुई (सु.) लोकसभा क्षेत्र से दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं. इसके पूर्व 2014 के लोकसभा चुनाव में वे यहीं से जीतकर संसद तक पहुंचे थे. तमाम एग्जिट पोल्स में जमुई से चिराग की जीत बताई जा रही है.
पहले चरण में ही जमुई में संपन्न हुए चुनाव में चिराग पासवान के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनसभा की थी. पीएम मोदी ने बिहार में अपने प्रचार अभियान की शुरुआत जमुई से ही की. इसके अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी चिराग के लिए वोट मांगने आए. इस दौरान उन्होंने तस्दीक की कि चिराग को केन्द्रीय मंत्री मंडल में जगह मिल सकती है.
चिराग के नामांकन के दिन हुए जनसभा में चिराग के पिता ने भी अपने संबोधन में कहा था कि आपके एमपी इस बार मंत्री बनने जा रहे हैं.