
[gidhaur.com| अभिषेक कुमार झा] :- सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे अफरा तफरी की ये तस्वीर उस वक्त की है जब हजारों की संख्या में पहुंचे बेरोजगारों ने ट्रेन को रोककर हंगामा करना शुरू किया। जिसके कारण रेल यातायात पूरी तरह बाधित रही। इतना ही नहीं भड़के हुए बेरोजगार युवाओं ने मोदी सरकार के रोजगार विरोधी नारे भी लगाए। इस दौरान देखते ही देखते पूरा रेलवे स्टेशन रणक्षेत्र में तब्दील होता देखा गया।
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आरा रेलवे स्टेशन से वायरल तस्वीर |
*ये है मामला*
रेलवे बहाली को लेकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रतियोगियों की मानें तो 75% आईटीआई पद की अनिवार्यता के कारण 10 साल से तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों के लिए निराशाजनक बहाली है। जिससे की नरेन्द्र लाखों की संख्या में तैयारी कर रहे छात्रों का कैरियर डुबता नजर आ रहा है। इसी मामले को लेकर बिहार झारखण्ड समेत कई जगहों पर प्रतियोगी छात्रों द्वारा रेल जाम किया गया|
इकत्रित जानकारी अनुसार, रेलवे ग्रुप-डी में आईटीआई क्वालिफाइड छात्रों का फॉर्म जमा लिया जा रहा है जबकि बिना आईटीआई छात्रों की सीट कम कर दी गई है। वहीं पहले मैट्रीक स्तर पर बिना आईटीआई का फॉर्म अप्लाई करने की व्यवस्था थी।पर अब इस व्यवस्था में बदलाव लाने से छात्र अपने को ठगे से महसूस कर रहे हैं। भला करेंगे भी क्यूँ नहीं, रेलवे का फॉर्म फीस 50 से 500 रुपये जो कर दी गई है। उपर से उम्र सीमा भी दो वर्ष घटा दिया गया। और काफी लंबे समय से वैकेंसी भी नहीं आ रही थी।

*ये है हंगामाकर्ताओं की मांग*
हंगामा कर रहे छात्रों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि यथा शीघ्र रेलवे के ग्रुप डी वेकेन्सी से आईटीआई हटाकर उम्र सीमा बढ़ा दी जाए।
बताते चलें कि, प्रकाशित उक्त तस्वीरों के साथ साथ आगामी 18 फरवरी को पूरे बिहार में रेल चक्का जाम होने का संदेश भी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें नन-आईटीआई वाले छात्रों को रेलवे में रोजगार देने के उद्देश्यार्थ सभी छात्रों से निवेदनपूर्वक रेल चक्का जाम करने में सहयोग करने को कहा गया है।
फिलहाल, रेलवे के उक्तवर्णित बहाली पर छात्र और विभाग के बीच रणक्षेत्र का माहौल पसरा है पर आगे इस मामले पर क्या निर्णय होगा वो सरकारी तंत्र के हाथ में है।
(न्यूज डेस्क)
16/02/2018, शुक्रवार
www.gidhaur.com
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16/02/2018, शुक्रवार
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