गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 23 नवंबर 2025, रविवार : गिद्धौर राज रियासत की अंतिम महारानी प्रतिभा मंजरी सिंह का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने बीते शनिवार को कलकत्ता स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। राजपरिवार के सदस्य आनंद सिंह ने उनके निधन की पुष्टि की है। महारानी प्रतिभा मंजरी सिंह, गिद्धौर के स्व. महाराजा बहादुर प्रताप सिंह की पत्नी तथा राजकुंवर राज राजेश्वर प्रताप सिंह की माता थीं। उनके निधन के बाद गिद्धौर और आसपास के क्षेत्रों में शोक की गहरी लहर दौड़ गई है।
ट्रेंड पायलट थीं महारानी प्रतिभा मंजरी सिंह
महारानी प्रतिभा मंजरी सिंह का जन्म 21 जुलाई 1934 को मयूरभंज के शाही परिवार में हुआ था। वे मयूरभंज के महाराज स्व. महाराजा प्रताप चंद्र भांजदेव की पुत्री थीं। विवाह पश्चात वे गिद्धौर रियासत की महारानी बनीं और राजपरिवार की परंपराओं, सामाजिक कार्यों व लोकसेवा से सदैव जुड़ी रहीं। महारानी उच्च शिक्षा प्राप्त ट्रेंड पायलट थीं। वे छोटे चौपर भी उड़ाती थीं। जानकारी के अनुसार, वे लंबे समय से स्वास्थ्य-संबंधित समस्याओं से जूझ रही थीं और कलकत्ता में ही उपचाररत थीं। बीते दिनों अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।
लोगों ने दी श्रद्धांजलि
उनके निधन की सूचना मिलते ही गिद्धौर, जमुई और क्षेत्र के समाजिक व राजनीतिक वर्गों में शोक की लहर दौड़ गई। लोग उन्हें एक सौम्य, सरल, संस्कारी और जनकल्याण के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के रूप में याद कर रहे हैं। गिद्धौर के सामाजिक कार्यकर्ता सुशांत साईं सुंदरम ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि महारानी प्रतिभा मंजरी सिंह का निधन गिद्धौर की सांस्कृतिक विरासत के एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत है। वे मर्यादा, शालीनता और समाजसेवा की जीवित प्रतिमूर्ति थीं। उनके योगदान को क्षेत्र सदैव याद रखेगा। महारानी के निधन से गिद्धौर की ऐतिहासिक धरोहर और राजपरिवार की परंपराओं में शोक का माहौल व्याप्त है।





