
Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) : सूरज की पहली किरण के साथ गिद्धौर के पगडंडियों पर अपनी पहली कदम रखने वाले किसान अपने-अपने खेतों की ओर अग्रसर दिखाई देते हैं। परिणाम स्वरूप खेतों में फैली हरियाली ने गेरूआ रंग धारण कर लिया है। हैरान मत होईए, मतलब स्पष्ट है कि मौसम की बेरूखी के बाद भी धान की फसल का उत्पादन अपेक्षाकृत अच्छा हुआ है। परन्तु इस बात में भी कोई दो राय नहीं कि एक ओर जहां मध्यम वर्गीय किसान पूरे परिवार के साथ हंसिया लेकर हाथ से ही खेतों में तैयार धान फसल की कटाई कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, संपन्न किसान आधुनिक मशीनों का प्रयोग करते हुए धान फसल की कटाई कर उसे खलिहान तक पहुँचाते दिख रहे हैं।
हालांकि, धान कटाई का कार्य प्रारंभ होने के बाद कई बड़े एवं समृद्ध किसानों को मजदूरों की कमी महसूस होने लगी है परन्तु खेतों में मशीनों के बढ़ते प्रयोग से इन किसानों को भी धान कटनी में राहत मिली है। इतना ही नहीं बल्कि इन आधुनिक मशीनों से धान कटाई से लेकर मिंजाई तक के दौरान होने वाली परेशानियों से इनको निजात भी मिली है। पर बहरहाल, अभी गिद्धौर प्रखंड में मिंजाई का कार्य जोर तो नही पकड़ पाया है लेकिन बहुत जल्द ही गिद्धौर के खलिहानों पर धान की बालियां फूटती नजर आएगी।
पाठकों का ध्यानाकृष्ट करता चलूं कि, इधर कुछ दिन से कृषिनुकुल मौसम और धूप में चमचमाहट आने से गिद्धौर समैत पूरे प्रखण्ड में धान की फसल पक कर पूर्णतः तैयार हो गई है। इसके साथ ही गिद्धौर प्रखण्ड के किसान बंधू अपने-अपने खेत-खलिहानों को व्यवस्थित करने में भी व्यस्त हो गए हैं।
पाठकों का ध्यानाकृष्ट करता चलूं कि, इधर कुछ दिन से कृषिनुकुल मौसम और धूप में चमचमाहट आने से गिद्धौर समैत पूरे प्रखण्ड में धान की फसल पक कर पूर्णतः तैयार हो गई है। इसके साथ ही गिद्धौर प्रखण्ड के किसान बंधू अपने-अपने खेत-खलिहानों को व्यवस्थित करने में भी व्यस्त हो गए हैं।
अभिषेक कुमार झा
गिद्धौर | 04/12/2017, सोमवार
www.gidhaur.com
गिद्धौर | 04/12/2017, सोमवार
www.gidhaur.com