
Gidhaur.com अलीगंज (जमुई):- इस साल बारिश कम होने से जमीन में नमी कम है और अब ठंड भी कम होने से फसल को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ गया है।किसान अपने खेतों में लगे फसल को बचाने की जुगाड में लगे हुए हैं।बारिश कम होने के कारण खेतों की नमी वापस नही आने से गेहूँ ,चना ,मसुर,तिलहन,व आलू पर असर पड़ने लगा है।इस बार जिले में 30%प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है।हलाकि इसके बाद भी किसानों ने खेतों में पटवन किया और फसल भी उगाये लेकिन दिसम्बर में पारा 27 प्रतिशत डिग्री ही होने से जमीन में नमी नही मिल पा रही है।इससे फिर एकबार फिर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे दिखने लगी है।
-ठंड नहीं बढ़ी ,फसल रह जायेगी छोटी -
ठंड की रफ्तार इस बार भी कम है।पिछले साल भी दिसम्बर माह में अधिकतम पारा लगभग 29 प्रतिशत पहुंच गया था ।लेकिन ठंड की रफ्तार पकड़ी थी।लेकिन इस बार मौसम विभाग केन्द्र के मुताबिक अभी पारा गिरने में एक सप्ताह का समय लेगा।अगर ऐसा नही हुआ तो खेतों में लगी फसल बढ नही पायेगी,और खेती काफी प्रभावित होगी
--यह फसल होगी खराब-
चना,मसुर,तिलहन,सरसों,राई,तीसी,धनिया,आलू,गेहूँ,सहित सब्जिया फूलगोभी,बैगन,भिंडी,आदि।
कहते हैं किसान भाई-
किसान ब्रह्मदेव सिंह,बचचु पंडित,किसान धर्मेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि ठंड कम पड़ने से दाल पर काफी असर पड़ेगा।और अभी दाल की फसल सबसे अधिक खराब होगी।ठंड कम पडने से दाल गेहूँ सहित कई फसल बढ नही पायेगा।ऐसे में खेती खराब होगी।इस साल ढंड कम पड़ने से किसानो की परेशानी बढ़ गयी है।
कहते हैं प्रखंड कृषि पदाधिकारी
-प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामरतन सिंह ने कहा कि अभी खेतों में कई ऐसे फसलें हैं जिनको दिसम्बर माह में हल्का पानी और ओस की जरूरत पड़ती है। अगर फसल में ओस की बूँदें नही पड़ती है तो उसका फल नही बढ़ेगा।पारा मे गिरावट होना चाहिए लेकिन बढ़ता ही जा रहा है,जो कि फसल के लिए ठीक नही है।
(चन्द्रशेखर सिंह)
अलीगंज | 26/12/2017 (मंगलवार)
Edited by- Abhishek Kumar Jha