Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) : बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा में "नेमान पर्व " विशेष उत्सव के रुप में बाबा कोकिलचंद का देवरुप धारण एवं बाबा कोकिलचंद का मंडपा निर्माण काल से ही रहा है। जिसका इतिहास 700वर्ष पूर्व माना जा रहा है। पिछले वर्ष की भांति इस बार भी बाबाकोकिलचंद धाम गंगरा में सामुहिक नेमान उत्सव 24 नवम्बर को मनाये जा रहे हैं।
बाबा कोकिलचंद समिति के सचिव सह शिक्षक चुनचुन कुमार ने इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे वेद और शास्त्रों ने भी अन्न में त्रिदेव का वास बताते हुए "अन्न ब्रह्मा रसे विष्णु भोक्ता महेश्वरः" मानकर सदियों से "नवान्न पूजन यानि नये अन्न का पूजन कर उपयोग करना शुभ बताया है। इस बार हम सब गंगरा वासी नेमान पर्व में बाबा कोकिल चंद धाम में उत्सवी माहौल का निर्माण करेंगे|
जानकारी से अवगत करते चले कि, भगवान कृष्ण का सबसे प्रिय माह अगहन ही है इसलिए यह पर्व इसी माह में मनाने की परम्परा रही है । मगर आज के भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में इस पर्व की उमंगता एवं उत्सव पर ग्रहण लगता जा रहा है, भले ही हमारी नयी पीढ़ी इससे बेखबर हो, पर जल्द ही बाबा कोकिलचंद धाम में नेमान की सुगबुगाहट देखने को मिलेगी|
(अभिषेक कुमार झा)
www.gidhaur.com | 09/11/2017 (गुरूवार)