गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 20 दिसंबर 2025, शनिवार : जमुई और झाझा रेलवे स्टेशन के बीच स्थित गिद्धौर रेलवे स्टेशन क्षेत्र के लोगों के लिए आवागमन का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। इस स्टेशन से न केवल गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र बल्कि आसपास के कई गांव भी सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। यहां एक्सप्रेस, सुपरफास्ट एवं पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होने के कारण बड़ी संख्या में दैनिक यात्री, व्यवसाई, शिक्षक, सरकारी कर्मी एवं विद्यार्थी नियमित रूप से यात्रा करते हैं।
रेलवे स्टेशन से बाजार एवं ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ऑटो-टोटो यात्रियों का मुख्य साधन है। गिद्धौर बाजार के लिए प्रति सवारी भाड़ा 15 रुपये निर्धारित है, जबकि रिजर्व में 100 रुपये लिए जाते हैं। सेवा गांव, गंगरा एवं नवादा गांव के लिए भी प्रति सवारी 15 रुपये तथा रिजर्व में 100 रुपये भाड़ा तय है। वहीं रात 9 बजे के बाद प्रति सवारी भाड़ा बढ़कर 20 रुपये हो जाता है।
गोविंदपुर, दिघरा एवं थरघटिया गांव के लिए ऑटो-टोटो केवल रिजर्व में ही चलते हैं, जिसका भाड़ा 150 रुपये है। इसी तरह धमना एवं दादपुर गांव के लिए प्रति सवारी 20 रुपये तथा रिजर्व में 150 रुपये भाड़ा लिया जाता है। रतनपुर गांव जाने के लिए प्रति सवारी 30 रुपये तथा रिजर्व में 150 रुपये भाड़ा निर्धारित है। धोबघट एवं बंधौरा गांव के लिए प्रति सवारी 15 रुपये का भाड़ा लिया जाता है।
मांगोबंदर बाजार के लिए रिजर्व भाड़ा 200 रुपये है, जबकि इससे आगे मांगोबंदर गांव क्षेत्र में जाने के लिए रिजर्व में 250 से 300 रुपये तक भाड़ा लिया जाता है। रात 9 बजे के बाद ऑटो-टोटो केवल रिजर्व में ही चलते हैं, जिसमें सामान्य रिजर्व किराए से 50 से 100 रुपये तक अधिक राशि ली जाती है।
टोटो चालक रविन्द्र रविदास ने जानकारी देते हुए बताया—
वर्तमान में गिद्धौर रेलवे स्टेशन से विभिन्न गंतव्यों तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए लगभग 100 ऑटो-टोटो संचालित हो रहे हैं। लॉकडाउन के बाद जब बाहर से लोग अपने गांव लौटे तो आजीविका के साधन के रूप में ऑटो-टोटो चलाने का कार्य शुरू किया गया। ई-रिक्शा यानी टोटो के आगमन से इसकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक, सस्ता और सुलभ परिवहन उपलब्ध हो रहा है।






