झाझा/जमुई। जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत सिमुलतला गांव की होनहार बेटी और द पैलेस स्कूल की 12 वर्षीय छात्रा जूही कुमारी ने पाई स्कूल ओलंपिक में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से जमुई का नाम रोशन किया है। खेल प्रतिभा, अनुशासन और आत्मविश्वास का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए जूही ने कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया, जबकि एथलेटिक्स की 400 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतकर सभी को प्रभावित किया। कराटे मुकाबलों के दौरान जूही ने अपनी तेज़ फुर्ती, सटीक तकनीक और मजबूत आत्मविश्वास का परिचय देते हुए प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चुनौती दी और अंततः गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
वहीं एथलेटिक्स में पहली बार भाग लेने के बावजूद जूही ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 400 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल हासिल कर यह साबित कर दिया कि उनमें बहुआयामी खेल प्रतिभा मौजूद है। जूही का मुख्य खेल कराटे है और वह अब तक राज्य व राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 70 से अधिक पदक जीत चुकी हैं। कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर जूही लगातार अपनी मेहनत और लगन से सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। उनकी यह सफलता न केवल द पैलेस स्कूल और उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उन तमाम विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है, जो पढ़ाई के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सपना देखते हैं।
जूही के पिता मंटू कुमार ने बताया कि नियमित अभ्यास, सख्त अनुशासन और सकारात्मक सोच ही उनकी बेटी की सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और निरंतर मेहनत से कम उम्र में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।
जूही की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कराटे कोच निर्मल बोहरा, एथलेटिक्स कोच सुरेंद्र सिंह शेखावत, ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के प्रदेश सचिव अभिषेक सिन्हा, जीकेसी के जमुई जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिन्हा, मिलेनियम स्टार फाउंडेशन के अध्यक्ष सुशांत साईं सुंदरम सहित कई गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।






