जमुई/बिहार। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के शुभ अवसर पर मंडल कारा, जमुई में मानवाधिकार संरक्षण से जुड़ा एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, विधिक सेवा प्राधिकार और कारा प्रशासन सहित कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी जमुई, पुलिस अधीक्षक जमुई, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, मंडल कारा के अधीक्षक, प्रधान प्रोबेशन पदाधिकारी तथा सामाजिक कार्यकर्त्ता सुश्री तब्बुसुम अली उपस्थित रहीं। इसके साथ ही श्री गौरी शंकर तांती (मुख्य एल.ए.डी.सी.), श्री पवन कुमार राय (उप मुख्य एल.ए.डी.सी.) तथा श्री गोविंद कुमार (सहायक एल.ए.डी.सी.) भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान कारा के सभी बंदीगण मौजूद थे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य बंदियों को उनके मानवाधिकारों के संरक्षण, सम्मान और संवर्धन के बारे में जागरूक करना था। गणमान्य अतिथियों ने बंदियों को बताया कि मानवाधिकार हर व्यक्ति के लिए मूल अधिकार हैं, जो किसी भी परिस्थिति में उनसे छीने नहीं जा सकते। सभी वक्ताओं ने मानवाधिकारों के महत्व, न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ी आवश्यक कानूनी जानकारी और बंदियों के अधिकारों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में बंदियों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अतिथियों के सम्मान में बंदियों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद गीत-संगीत का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस प्रस्तुति ने माहौल को भावनात्मक और सकारात्मक बना दिया।
मानवाधिकार दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि बंदियों में आत्मविश्वास बढ़ाने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से दोबारा जुड़ने के लिए प्रेरित करने वाला साबित हुआ।





