जमुई/बिहार। सिकहरिया गांव स्थित जे.एस. क्रिकेट एकेडमी परिसर रविवार को पर्यावरण संरक्षण और जन-जागरूकता का केंद्र बन गया, जब साइकिल यात्रा एक विचार, जमुई (रजिस्टर्ड) के बैनर तले आयोजित 518वीं रविवारीय यात्रा के क्रम में टीम ने खिलाड़ियों के बीच पहुँचकर हरियाली और स्वच्छता का विशेष संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों में प्रकृति संरक्षण के प्रति उत्साह और जिम्मेदारी का भाव स्पष्ट रूप से महसूस किया गया।
साइकिल यात्रा टीम के सदस्य कुंदन सिन्हा ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि आज के समय में पर्यावरण संरक्षण केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि मानवीय अस्तित्व से जुड़ी अत्यावश्यक जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर और उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए स्वच्छ व हरित वातावरण एक अनिवार्य शर्त है। यदि खेल परिसर में नियमित रूप से पौधारोपण और साफ-सफाई की व्यवस्था हो, तो मैदान केवल सुंदर ही नहीं, बल्कि ऊर्जा और सकारात्मकता से भी भर जाता है। उन्होंने खिलाड़ियों से पर्यावरण की रक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प लेने की अपील की।
जे.एस. क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक संदीप रावत ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी निभाना हर खिलाड़ी का कर्तव्य है। उन्होंने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि वे प्रति माह कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल करें और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय रूप से योगदान दें। उन्होंने कहा कि मैदान की हरियाली न केवल खेल गति और शारीरिक क्षमता को बढ़ाती है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी प्रदान करती है।
खिलाड़ियों और उपस्थित आम जनों ने इस अभियान का गर्मजोशी से समर्थन किया और पौधारोपण व स्वच्छता के प्रति संकल्प दोहराया। कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों ने यह भी कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाने का प्रयास करेंगे।
इस आयोजन में सुमन मिश्रा, गुंजन मिश्रा, हर्ष कुमार सिन्हा, रामप्रवेश कुमार, सागर कुमार, संदीप रावत, शिवम राज, क्रिश भगत, अरुणेश सोनू मिश्रा, शुभम सिंह, कुंदन सिन्हा, अभिनय दुबे, शैलेश भारद्वाज, विवेक कुमार, संकेत सिंह, मंतोष, अमित, सोनू, बिट्टू, नानू सिंह, करन, रोहित, राजीव, तस्नीम, अमन, आयुष, जॉनसन, निशांत, लक्की, आर्यमन, सुमन, राजा, राकेश, अमन यादव, आदित्य, अमृतेश, प्रिंशु, अक्षत, प्रिंस सहित कई खिलाड़ी, प्रशिक्षक और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। साइकिल यात्रा एक विचार, जमुई की इस 518वीं यात्रा ने खेल और पर्यावरण संरक्षण के बीच गहरे संबंध को जन-जन तक पहुँचाने का सार्थक प्रयास किया, जो समाज में एक सकारात्मक संदेश के रूप में यादगार बन गया।





