जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 25 दिसंबर 2025, गुरुवार : जिले में लगातार बढ़ती ठंड और खासकर सुबह एवं शाम के समय अत्यंत कम तापमान को देखते हुए जिला प्रशासन ने बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन की सुरक्षा के मद्देनज़र अहम निर्णय लिया है। जिला दण्डाधिकारी जमुई नवीन कुमार ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-163 के तहत आदेश जारी करते हुए जिले के सभी सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों में कक्षा 5 तक की शैक्षणिक गतिविधियों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है।
जारी आदेश के अनुसार जमुई जिला अंतर्गत सभी सरकारी विद्यालयों, प्री-स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों, निजी विद्यालयों एवं निजी कोचिंग संस्थानों में वर्ग 05 तक की कक्षाओं का संचालन 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अत्यधिक ठंड के कारण छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है, जिसे देखते हुए यह एहतियाती कदम उठाया गया है।
हालांकि आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि कक्षा 05 से ऊपर की कक्षाओं में शैक्षणिक गतिविधियां पूरी तरह बंद नहीं रहेंगी, बल्कि उन्हें पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराह्न 03:00 बजे के बीच पर्याप्त सावधानी बरतते हुए संचालित किया जाएगा। विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि बच्चों को ठंड से बचाव के सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।
इसके साथ ही बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी हेतु संचालित की जा रही विशेष कक्षाओं को इस आदेश से मुक्त रखा गया है, ताकि परीक्षा की तैयारी प्रभावित न हो।
जिला दण्डाधिकारी नवीन कुमार (Jamui DM Naveen Kumar) द्वारा जारी यह आदेश 26 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा और 31 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगा। आदेश को 24 दिसंबर 2025 को जिला दण्डाधिकारी के हस्ताक्षर एवं न्यायालय की मोहर के साथ निर्गत किया गया है।
इस आदेश की प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा विभाग के सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं सभी थानाध्यक्षों को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित की गई है।
जिला प्रशासन ने आमजनों, अभिभावकों एवं शिक्षण संस्थानों से आदेश का पूर्ण पालन करने की अपील की है, ताकि ठंड के इस मौसम में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।





