गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 19 दिसंबर 2025, शुक्रवार : गिद्धौर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) जमुई में आयोजित पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस प्रशिक्षण में जमुई जिले के विभिन्न प्रखंडों से चयनित कुल 180 प्राथमिक शिक्षकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जिसके बाद शिक्षक अपने-अपने मूल विद्यालयों के लिए रवाना हुए।
प्रशिक्षण के समापन के साथ ही शिक्षकों के बीच उत्साह, आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा स्पष्ट रूप से देखने को मिली। यह प्रशिक्षण जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (प्राथमिक शिक्षा) एवं समग्र शिक्षा के निर्देशानुसार सतत व्यवसायिक विकास योजना के अंतर्गत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), पटना द्वारा संचालित किया गया था। प्रशिक्षण का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षकों के शिक्षण कौशल को और अधिक प्रभावी, आधुनिक एवं बाल-केंद्रित बनाना रहा।
प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे शिक्षकों ने इसे अपने शैक्षणिक जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। प्रशिक्षुओं ने कहा कि विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं उत्कृष्ट रहीं। प्रशिक्षण के दौरान योगा सत्र, चेतना सत्र, विषयगत शैक्षणिक प्रशिक्षण, खेल-कूद गतिविधियां, पौष्टिक नाश्ता एवं भोजन तथा आवासन की समुचित व्यवस्था की गई थी। विशेष रूप से भयमुक्त और सहयोगात्मक वातावरण ने शिक्षकों को खुलकर सहभागिता करने का अवसर प्रदान किया।
प्रशिक्षण की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह रही कि प्रत्येक समूह में प्रति घंटे एक ही पाठ पर गहन चर्चा और अभ्यास कराया गया, जिससे सभी प्रतिभागियों को विषयवस्तु को समान रूप से और गहराई से समझने का अवसर मिला। इससे शिक्षकों में विषय की स्पष्टता बढ़ी और शिक्षण विधियों को बेहतर ढंग से अपनाने की समझ विकसित हुई।
शिक्षकों ने विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रशिक्षण से न केवल उनकी शिक्षण पद्धति में गुणात्मक सुधार होगा, बल्कि इसका सीधा और सकारात्मक प्रभाव कक्षा-कक्ष में विद्यार्थियों के सीखने पर भी पड़ेगा। प्रशिक्षुओं ने यह भी संकल्प लिया कि प्रशिक्षण के दौरान बताए गए नवाचारों, नई तकनीकों और गतिविधि-आधारित शिक्षण विधियों को वे अपने विद्यालयों एवं कक्षा-कक्षों में अनिवार्य रूप से लागू करेंगे।
इस अवसर पर प्रशिक्षु विद्योत्तमा कुमारी, उच्च माध्यमिक विद्यालय बेला, खैरा द्वारा संस्थान को पौधे भेंट किए गए। इस सराहनीय पहल के लिए संस्थान के प्राचार्य डॉ. नवेद हसन खान ने अपनी पूरी टीम की ओर से उनका आभार व्यक्त किया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति इस सोच की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को न केवल पेशेवर रूप से सशक्त बनाते हैं, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को भी और अधिक मजबूत करते हैं।






