गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 22 दिसंबर 2025, सोमवार : गिद्धौर थाना क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से वर्ष 2017 में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे आज खुद सिस्टम की लापरवाही की कहानी बयां कर रहे हैं। उस समय गिद्धौर बाजार से लेकर रेलवे स्टेशन तक के कुल 19 प्रमुख चौक-चौराहों पर अत्याधुनिक और पावरफुल सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, ताकि बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर नजर रखी जा सके। लेकिन कुछ ही वर्षों में ये कैमरे खराब हो गए और अब लंबे समय से पूरी तरह शोपीस बनकर रह गए हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार कैमरे लगने के शुरुआती दिनों में इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिला था। बाजार क्षेत्र में छिनतई, बाइक चोरी, झपट्टामार और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में कुछ हद तक कमी आई थी। पुलिस को भी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में सहूलियत मिलती थी। थाना और अंचल कार्यालय में सीधा प्रसारण होने के कारण किसी भी घटना के बाद अपराधियों की पहचान और उनकी गतिविधियों को ट्रैक करना आसान हो गया था।
रख-रखाव के अभाव में दम तोड़ गया सीसीटीवी नेटवर्क
बताया जाता है कि उचित रख-रखाव और नियमित मॉनिटरिंग के अभाव में धीरे-धीरे सभी कैमरे खराब होते चले गए। तकनीकी खराबी दूर कराने और सिस्टम को अपडेट करने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई। नतीजा यह हुआ कि करोड़ों की लागत से लगाया गया सुरक्षा तंत्र पूरी तरह निष्क्रिय हो गया। वर्षों बीत जाने के बावजूद न तो कैमरों की मरम्मत कराई गई और न ही नए सिरे से इन्हें चालू करने की कोई गंभीर कोशिश हुई।
फिर बढ़ने लगे गिद्धौर थाना क्षेत्र में अपराध
सीसीटीवी कैमरों के बंद होते ही गिद्धौर थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए। हाल के दिनों में चौक-चौराहों पर छिनतई, झपट्टामार गिरोह की सक्रियता और बाइक चोरी की घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है। बैंक से या अन्य स्थानों से नकद राशि लेकर घर लौटना अब लोगों को असुरक्षित लगने लगा है। दिनदहाड़े अपराध हो रहे हैं और अपराधी बेखौफ होकर बिना चेहरा ढंके वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
हैरानी की बात यह है कि जिन स्थानों पर पहले हाई-पावर सीसीटीवी कैमरे लगे थे, वही आज अपराध के हॉटस्पॉट बनते जा रहे हैं। प्रखंड मुख्यालय, गिद्धौर थाना चौक, रेलवे स्टेशन, लॉर्ड मिंटो टावर चौक, बजरंगबली चौक, दुर्गा मंदिर रोड और जमुई रोड जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण और भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगातार घटनाएं सामने आ रही हैं।
लोगों में नाराजगी, सुरक्षा को लेकर चिंता
स्थानीय व्यवसायियों, यात्रियों और आम नागरिकों में इस स्थिति को लेकर गहरी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि यदि कैमरे चालू रहते तो अपराधियों पर नजर बनी रहती और कई घटनाओं को रोका जा सकता था। बाजार क्षेत्र में व्यापार करने वाले दुकानदार खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
इस संबंध में जब जमुई जिलाधिकारी नवीन कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं था। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही संबंधित विभाग और अधिकारियों से बात कर सभी सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त कराया जाएगा और उन्हें दोबारा चालू किया जाएगा, ताकि गिद्धौर बाजार और रेलवे स्टेशन सहित पूरे क्षेत्र में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अब देखना यह है कि प्रशासन के इस आश्वासन के बाद कब तक गिद्धौर को दोबारा सीसीटीवी निगरानी की सुविधा मिलती है और क्या इससे अपराध पर फिर से लगाम लग पाती है या नहीं।






