लक्ष्मीपुर/जमुई (Laxmipur/Jamui), 7 नवंबर 2025, शुक्रवार : बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान ने शुक्रवार को तब और जोर पकड़ लिया जब देश के गृह मंत्री अमित शाह जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय बंगरडीह के विशाल मैदान में पहुंचे। उनके आगमन के साथ ही चारों ओर “वंदे मातरम्”, “जय श्रीराम” और “जय जय श्रीराम” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने बाबा पंचवटी पटेश्वरनाथ, बाबा धनेश्वरनाथ, बाबा सावालाख और बाबा झुमराज को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की।
हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए अमित शाह ने जोश भरे स्वर में कहा कि आगामी 11 नवंबर को होने वाले मतदान में झाझा से एनडीए उम्मीदवार दामोदर रावत, चकाई से मंत्री सुमीत कुमार सिंह (तीर निशान) और जमुई से भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह (कमल निशान) को भारी मतों से विजयी बनाना है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा— “अगर गलती से कमल या तीर के निशान से इधर-उधर उंगली गई, तो फिर से बिहार में जंगलराज लौट आएगा।”
इस पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह से पूछा, “जमुई को जंगलराज चाहिए क्या?” — भीड़ ने एक स्वर में जवाब दिया, “नहीं चाहिए!”
गृह मंत्री ने कहा कि 6 नवंबर को पहले चरण के मतदान में ही जनता ने यह साबित कर दिया है कि “लालू-राबड़ी का सुपड़ा साफ हो चुका है।” उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार की जनता अब किसी कीमत पर जंगलराज की वापसी नहीं होने देगी।
अमित शाह ने कहा, “पहले जहां नक्सलियों का अड्डा हुआ करता था, आज वहां पुलिस कैंप हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने नक्सलवाद का सफाया कर बिहार में अमन-चैन कायम किया है। अब कोई डरने की जरूरत नहीं, सुबह 7 से शाम 5 बजे तक लोग निर्भीक होकर मतदान करें।” उन्होंने यह भी बताया कि मुंगेर-जमुई सीमा पर स्थित चोरमारा गांव 25 वर्षों बाद नक्सल मुक्त हुआ है, जो विकास और शांति की दिशा में बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने लालू-राबड़ी शासनकाल पर तीखा हमला करते हुए कहा, “उन दिनों बारातें कट्टा लेकर निकलती थीं, अपहरण, फिरौती और नरसंहार आम बात थी। लेकिन नीतीश बाबू ने जंगलराज का अंत कर विकास की नींव रखी है।”
अमित शाह ने नीतीश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि “राज्य में सड़कों, पुल-पुलियों, बिजली, इथेनॉल और गन्ना उद्योगों, खाद कारखानों और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से बिहार नई दिशा में आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा, “यह आने वाले पांच वर्ष बिहार को विकसित राज्य बनाने का स्वर्णिम काल होगा। जमुई की जनता अगर हमें जनादेश दे तो हम बिहार को पूर्ण विकसित राज्य में बदल देंगे।”
गृह मंत्री ने व्यंग्य करते हुए कहा, “अगर लालू का बेटा जीत गया तो अपहरण का नया विभाग खोलेगा, लेकिन अगर एनडीए जीतेगा तो बाढ़-मुक्त बिहार के लिए नया विभाग बनेगा और गंगा, जमुना, कोसी का पानी किसानों के खेतों तक पहुंचेगा।”
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार राज्य में छोटे-बड़े उद्योग लगाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है। “अगर इस बार चूक गए, तो फिरौती और हत्या प्रबंधन वाला शासन लौट आएगा,” उन्होंने चेताया।
उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे, मेडिकल कॉलेज और जमुई-देवघर हवाई सेवा जैसे परियोजनाओं पर काम जारी है, जिन्हें विश्वस्तरीय रूप दिया जाएगा।
अमित शाह ने यह भी घोषणा की कि आने वाले वर्षों में जमुई के प्राकृतिक सौंदर्य का उपयोग कर इसे पर्यटन का बड़ा केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बन चुका है, अब बिहार में सीता मैया का भी भव्य मंदिर बनेगा।” उन्होंने याद दिलाया कि “550 साल पहले बाबर ने मंदिर तोड़ा था, फिर मुगलों, कांग्रेस और लालू ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन मोदी जी ने 2019 में भूमि पूजन और 2024 में प्राण प्रतिष्ठा कर भव्य मंदिर का निर्माण पूरा कराया।”
सभा के समापन पर गृह मंत्री ने श्रेयसी सिंह से कहा, “जीत के बाद घनबेरिया का पेड़ा और खैरा की बलशाही से प्रधानमंत्री मोदी का मुंह मीठा कराना।” उन्होंने आह्वान किया कि जमुई जिले की चारों विधानसभा सीटें एनडीए गठबंधन के खाते में जानी चाहिए ताकि बिहार में विकास की गति और तेज हो सके तथा 2025 में फिर से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनें।
इस विशाल जनसभा की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गा केसरी ने की और मंच संचालन का दायित्व सोनेलाल पासवान ने निभाया। सभा में झाझा से दामोदर रावत, जमुई से श्रेयसी सिंह, चकाई से सुमीत कुमार सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष शैलेंद्र महतो, हम जिलाध्यक्ष दामोदर मांझी, रालोसपा जिलाध्यक्ष अरुण मंडल, भाजपा महासचिव सोनेलाल पासवान, जदयू महादलित प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ललन दास एवं पूर्व जिलाध्यक्ष ई. शंभू शरण सहित कई नेताओं ने संबोधित किया।





