गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 27 अक्टूबर 2025, सोमवार : विकास की तमाम सरकारी योजनाओं और “सात निश्चय” जैसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के बावजूद गिद्धौर प्रखंड के पतसंडा पंचायत के वार्ड नंबर 2 के लोगों की जिंदगी आज भी नारकीय बन चुकी है। वार्ड की गलियां नाले के गंदे पानी से लबालब भरी हुई हैं, जिससे स्थानीय लोग तो परेशान हैं ही, अब छठ व्रती महिलाओं के लिए भी यह गंभीर समस्या का रूप ले चुकी है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि बीते कई महीनों से वार्ड के मुख्य नाले की सफाई नहीं की गई है। जाम पड़े नाले से गंदा पानी अब सड़कों और गलियों में बहने लगा है, जिसके कारण पूरे क्षेत्र में बदबू और सड़ांध फैली हुई है। इस जलजमाव ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है। बच्चे और बुजुर्ग दोनों ही इस प्रदूषित माहौल में बीमार पड़ रहे हैं।
छठ व्रतियों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ेगा नदी घाट तक
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर जब पूरा क्षेत्र तैयारियों में जुटा है, वहीं पतसंडा पंचायत के वार्ड नंबर 02 की महिलाएं गहरी चिंता में हैं। छठ घाट तक जाने का रास्ता पूरी तरह जलमग्न और गंदगी से भरा पड़ा है। वार्ड वासी रोहित यादव, उगनी देवी, जया देवी, विनीता देवी, सोनू यादव, विरेंद्र साव, सुबोध राउत, करण कुमार साव और विक्रम यादव ने बताया कि छठ व्रतियों को अब इसी गंदे पानी से होकर नदी तक जाना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। शिकायतें दर्ज होने के बावजूद न तो नाले की सफाई हुई और न ही जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था की गई।
ग्रामीण बोले — “सात निश्चय” सिर्फ कागजों पर, जमीन पर शून्य विकास
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार गांवों में मूलभूत सुविधाएं देने की बात तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल उलटी है। वार्ड की गली-कूचों में नालियों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह ठप है। बच्चे स्कूल जाने से कतराते हैं, जबकि महिलाएं घर के बाहर निकलने से भी डरती हैं।
पंचायत सचिव ने कहा — जल्द होगा समाधान
इस संदर्भ में पंचायत सचिव दीपक चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा बताई गई समस्या गंभीर है और इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जा चुकी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही सफाई कार्य शुरू कर नाले की समस्या का समाधान किया जाएगा, ताकि छठ पर्व के दौरान लोगों को राहत मिल सके।
स्थानीय लोगों की उम्मीद — इस बार हो स्थायी समाधान
ग्रामीणों की एक ही मांग है कि सिर्फ तात्कालिक सफाई नहीं, बल्कि स्थायी रूप से जल निकासी की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने। छठ पर्व जैसे लोक आस्था के पर्व पर स्वच्छता और सुविधा हर वार्ड की प्राथमिकता होनी चाहिए।छठ मईया की आराधना तब ही पूर्ण होगी, जब गली-नालियां भी स्वच्छ हों, यही उम्मीद अब पतसंडा पंचायत के वार्ड 02 के लोगों की है।




 

 
 
 
 
 
