गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 14 सितंबर 2025, रविवार : जीवित्पुत्रिका अर्थात जितिया व्रत को लेकर गिद्धौर बाजार में रविवार सुबह से ही चहल-पहल देखने को मिली। प्रखंड के विभिन्न पंचायतों और निकटवर्ती गांवों से आए लोग आवश्यक सामग्री खरीदते और पूजा की तैयारियों में व्यस्त पाए गए।
बाजार के फल-सब्जी तथा पूजा-सामग्री विक्रेता लगातार ग्राहकों की मांग पूरी करने में लगे रहे। दुकानों पर ताज़ा फल, हरी सब्जियाँ और पूजा के परंपरागत सामान की खरीददारी का क्रम बना रहा। कई दुकानों के बाहर खरीदारों की कतारें भी दिखाई दीं।
स्थानीय बाजार में विशेष रूप से फल और सब्जियों की बिक्री बढ़ी जो व्रत-पूजा में चढ़ाने और ताजा प्रसाद के रूप में इस्तेमाल होने के लिए लिए जा रहे थे। पूजा-सामग्री खरीदने वाले लोगों ने बताया कि वे समय रहते आवश्यक वस्तुएँ खरीदना चाहते थे ताकि घर पर आयोजन सुचारु रूप से हो सके। प्रखंड के छोटे-बड़े गाँवों से आने वालों ने भी अपने-अपने स्तर पर आयोजन की तैयारी की खबर दी।
जीवित्पुत्रिका यानी जितिया व्रत परंपरागत रूप से माताएँ अपने बच्चों की लंबी आयु और कल्याण के लिए निर्जला निराहार व्रत रखती हैं। इस अवसर पर परिवार में विशेष पकवान बनाए जाते हैं और पूजा-आराधना की जाती है। गिद्धौर बाजार में इस धार्मिक परंपरा की धमक आज स्पष्ट रूप से नजर आई। न केवल धार्मिक आस्था बल्कि स्थानीय व्यापार भी इससे सक्रिय हुआ।
बाजार के फल व्यापारी बमबम केशरी, गौतम केशरी, सब्जी व्यापारी सोनू कुमार, नंदलाल कुमार, किराना व्यापारी सुशील साव, श्याम बरनवाल बताते हैं कि त्योहार और व्रत-उत्सव के दिन उनके लिए भी अच्छा व्यावसायिक अवसर होता है, जिसके चलते खरीददारी के साथ-साथ बाजार में हलचल और आर्थिक गतिविधि भी बढ़ जाती है।