गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 10 सितंबर 2025, बुधवार : गिद्धौर एवं खैरा प्रखंड क्षेत्र के धोबघट, निजुआरा, माँगोबंदर, धनियाठिका और मौरा पंचायत के ग्रामीणों ने मंगलवार को गिद्धौर–मांगोबंदर निर्माणाधीन सड़क की घटिया गुणवत्ता को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद शुरू हुए सड़क निर्माण कार्य में संवेदक और विभागीय पदाधिकारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती जा रही है।
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार गांवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए करोड़ों की राशि खर्च कर सड़क निर्माण करा रही है, लेकिन जमीन पर काम कराने वाले ठेकेदार (संवेदक) और जिम्मेदार अफसर केवल सरकारी राशि की बंदरबांट में लगे हैं। निर्माणाधीन सड़क के लिए प्राक्कलन के अनुरूप सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। सड़क पर इस्तेमाल हो रहे मोरम और मेटल की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क ढलाई में मेटल की मात्रा काफी कम और डस्ट की मात्रा अधिक डाली जा रही है, जिससे सड़क टिकाऊ नहीं होगी और जल्द ही खराब हो जाएगी।
विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान नेता कुणाल सिंह ने कहा कि यह सड़क ग्रामीणों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन संवेदक द्वारा प्राक्कलित राशि के अनुरूप काम नहीं किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इसी तरह की लापरवाही बरती गई तो सड़क जल्द ही उपयोग लायक नहीं रह जाएगी। मौके पर मौजूद किसानों ने यह भी मांग की कि सड़क निर्माण से पहले उसकी सही ढंग से मापी की जाए और फिर तय मानकों के अनुसार कार्य कराया जाए।
विरोध प्रदर्शन में मनोज सिंह, अजय कुमार, राजेश सिंह, अमित सिंह, गुलटेन सिंह, मुकेश कुमार सिंह, गोरे यादव, गुड्डन सिंह, चंदन सिंह, रंजीत सिंह, समाजसेवी बिट्टू सिंह, प्रमोद कुमार, मोहन सिंह, राजू यादव, कारु पासवान, रोहन यादव, मनीष कुमार, धर्मवीर कुमार, पप्पू कुमार, राजेन्द्र सिंह और विमल मिश्रा सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल रहे।
ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि घटिया निर्माण कार्य पर तत्काल रोक लगाकर उच्चस्तरीय जांच नहीं कराई गई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी जमुई से इस मामले में अविलंब संज्ञान लेने की मांग की है।





