जमुई। विश्व नदी दिवस के अवसर पर साइकिल यात्रा एक विचार जमुई के सदस्यों ने रविवार को अपनी नियमित साप्ताहिक यात्रा के 508वें चरण में नदियों के संरक्षण का संकल्प लिया। इस विशेष मौके पर साइकिल यात्रियों का कारवां श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम, जमुई से प्रस्थान कर गारो नवादा गांव पहुँचा, जहाँ नदी तट पर स्वच्छता और पौधारोपण अभियान चलाया गया।
सदस्यों ने नदी किनारे जमा प्लास्टिक व अन्य अपशिष्ट पदार्थों को हटाकर तट को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया और ग्रामीणों से अपील की कि वे नदियों को प्रदूषित न करें। संगठन के प्रमुख अरुणेश मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारत नदियों की भूमि है और नदियाँ हमारी संस्कृति, सभ्यता तथा जीवन की आधारशिला हैं। आज प्रदूषण और अतिक्रमण के कारण नदियों का अस्तित्व गंभीर संकट में है, जिसे बचाने के लिए ठोस पहल की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से विशेष आग्रह किया कि नदियों में प्लास्टिक या किसी भी प्रकार का कचरा न डालें, क्योंकि यह न केवल जल को प्रदूषित करता है बल्कि नदियों के अस्तित्व पर भी खतरा पैदा करता है।
मिश्रा ने कहा कि नदी बचाना केवल सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। नदियों के बिना जीवन असंभव है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। इस अवसर पर साइकिल यात्रियों और ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि वे नदी तट पर नियमित रूप से सफाई एवं पौधारोपण करेंगे और आसपास के लोगों को भी इस दिशा में जागरूक करेंगे।
अभियान में ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सामूहिक प्रयास से नदी किनारे स्वच्छता एवं हरियाली का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यदि सभी लोग मिलकर प्रयास करें तो नदियाँ सदा जीवनदायिनी रूप में प्रवाहित रह सकती हैं।
इस अभियान में अंशिका मिश्रा, श्रृष्टि कुमारी, अंशु कुमार, शिवांश कुमार, निखिल मिश्रा, अरुणेश मिश्रा, सुमन मिश्रा, लड्डू मिश्रा, कमलेश मिश्रा, प्रणव मिश्रा, विश्वनाथ मिश्रा, शुभम मालवीय, मानव मिश्रा, हर्ष कुमार सिन्हा, सत्यम कुमार, गोलू कुमार, संकेत सिंह, विवेक कुमार सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।






