- सुशांत ने जमुई डीएम से उठाई मांग
- 5 रुपए का सिक्का सबसे छोटा रहने के कारण बढ़ी महंगाई
- आरबीआई द्वारा बंद किए जाने के बगैर रुपए स्वीकार न करना नियम विरुद्ध
जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 20 सितंबर 2025, शनिवार : मिलेनियम स्टार फाउंडेशन ने जमुई जिले में लंबे समय से बंद पड़े एक और दो रुपये के सिक्कों के पुनः प्रचलन को लेकर जिला प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील की है। संगठन के संस्थापक–अध्यक्ष सुशांत साईं सुंदरम ने इस संबंध में 16 सितम्बर 2025 को जिलाधिकारी नवीन कुमार को एक औपचारिक पत्र भेजा है, जो उन्हें प्राप्त भी हो चुका है।
सुशांत ने पत्र में कहा है कि जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों के बाजारों में पिछले कई वर्षों से एक और दो रुपये के सिक्कों का लेन-देन लगभग बंद हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि महाजन इन सिक्कों को लेने से इनकार करते हैं, जिसके कारण खुदरा व्यापारी भी इन्हें ग्राहकों से स्वीकार करने में हिचकते हैं। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि आर्थिक रूप से पिछड़े जमुई जिले की बड़ी आबादी दिहाड़ी मजदूरी, बीड़ी निर्माण, पशुपालन और कृषि पर निर्भर है। ऐसे में जब पाँच रुपये का सिक्का ही सबसे छोटा प्रचलित मूल्य रह गया है, तो छोटी-छोटी लेन-देन की राशि भी पाँच रुपये के समतुल्य तय होने लगी है। इससे आमजन पर अनावश्यक महंगाई का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
सुंदरम ने जिलाधिकारी को याद दिलाया कि भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किसी भी सिक्के को, जब तक उसे औपचारिक रूप से प्रचलन से बाहर घोषित न किया जाए, अस्वीकार करना नियम विरुद्ध है और यह भारतीय मुद्रा अधिनियम के भी खिलाफ है। फाउंडेशन ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि बाजारों और दुकानदारों को जागरूक करने के लिए मीडिया, माइकिंग, प्रचार-प्रसार तथा स्थानीय थाना और बाजार समितियों के प्रतिनिधियों की मदद से व्यापक अभियान चलाया जाए, ताकि एक और दो रुपये के सिक्कों का लेन-देन पुनः सुनिश्चित हो सके।
पत्र के अंत में उन्होंने उम्मीद जताई कि जिलाधिकारी इस विषय पर सकारात्मक पहल कर जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करेंगे, जिससे जिले में छोटे मूल्यवर्ग की मुद्रा का सुचारू प्रचलन पुनः शुरू हो सके।