खैरा/जमुई (Khaira/Jamui), 21 सितंबर 2025, रविवार : जमुई जिले में नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। गुप्त सूचना पर की गई संयुक्त कार्रवाई में शनिवार की सुबह सशस्त्र सीमा बल (SSB) और पुलिस को भारी मात्रा में अवैध विस्फोटक बरामद करने में सफलता मिली। बरामद सामग्री इतनी खतरनाक थी कि इसका उपयोग किसी बड़े हमले में किया जा सकता था।
गुप्त सूचना के बाद बना विशेष अभियान दल
16वीं वाहिनी SSB के ‘ए’ समवाय कैम्प परासी को खबर मिली थी कि केरुवातरी गांव और मालिन नाला के बीच जंगल के कच्चे रास्ते में विस्फोटक छुपा कर रखा गया है। इस जानकारी के बाद कमांडेंट अनिल कुमार पठानिया के निर्देशानुसार तुरंत एक विशेष सर्च ऑपरेशन की योजना बनाई गई। अभियान का नेतृत्व सहायक कमांडेंट एवं समवाय कमांडर मनु सिंह बेनीवाल को सौंपा गया।
इस दल में सशस्त्र सीमा बल के 26 प्रशिक्षित जवानों के साथ बारूद खोजी श्वान दस्ता, गरही पुलिस तथा जमुई पुलिस का बम निरोधक दस्ता (BDDS) भी शामिल था। सभी दल के सदस्य पूर्ण सुरक्षा इंतजाम के साथ सुबह लगभग 9 बजे जंगल में पहुंचे और घने इलाके में सघन तलाशी शुरू की।
200 मीटर क्षेत्र में घंटों चली तलाशी, 150 मीटर कार्डेक्स बरामद
करीब 200 मीटर क्षेत्र में डॉग स्कॉड और BDDS टीम की मदद से घंटों तक चली तलाशी में जमीन के भीतर छिपाकर रखे गए करीब 150 मीटर उच्च क्षमता वाले कार्डेक्स विस्फोटक बरामद किए गए। इनमें से लगभग 105 से 110 मीटर कार्डेक्स में डेटोनेटर जुड़े पाए गए, जिन्हें अत्यंत खतरनाक मानते हुए BDDS टीम ने मौके पर ही नष्ट कर दिया।
शेष लगभग 40 मीटर कार्डेक्स को सुरक्षित रूप से बरामद कर संबंधित थाना पुलिस के हवाले किया गया, ताकि आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिलने से स्पष्ट है कि किसी बड़े नक्सली हमले की साजिश रची जा रही थी।
सुरक्षा बलों ने बताया बड़ी सफलता
अभियान के बाद SSB अधिकारियों ने इस कार्रवाई को नक्सलियों के मंसूबों पर करारा प्रहार करार दिया। उनका कहना है कि समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती तो यह विस्फोटक गंभीर घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल हो सकता था।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस सफलता की सराहना करते हुए कहा कि SSB और पुलिस की त्वरित और संगठित कार्रवाई से एक बड़ी आपराधिक योजना को विफल कर दिया गया है। इस अभियान से क्षेत्र के ग्रामीणों में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है।