झाझा/जमुई (Jhajha/Jamui), 8 अगस्त 2025, शुक्रवार : विश्व स्तनपान सप्ताह 2025 के अवसर पर झाझा प्रखंड के चरघरा स्थित न्यू विवाह भवन में समग्र सेवा संस्था के तत्वावधान में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में झाझा प्रखंड अंतर्गत संचालित 40 शिशु गृहों की 80 से अधिक दीदियों एवं पर्यवेक्षकों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए स्तनपान के महत्व को समुदाय स्तर तक पहुँचाना था। विशेषज्ञों ने बताया कि जन्म के एक घंटे के भीतर माँ का पहला पीला गाढ़ा दूध (कोलोस्ट्रम) पिलाना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि यह शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। साथ ही पहले छह माह तक केवल माँ का दूध ही शिशु को देने की सलाह दी गई, ताकि बच्चा संक्रमण और गंभीर बीमारियों से सुरक्षित रह सके।
कार्यक्रम में झाझा प्रखंड कार्यालय के स्वच्छता विभाग से प्रखंड समन्वयक शक्ति सूरज विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने पोषण और स्वच्छता के आपसी संबंध को अत्यंत सरल भाषा में समझाते हुए कहा कि स्वस्थ माँ और स्वस्थ बच्चा तभी संभव है जब हम अपने आसपास की स्वच्छता का ध्यान रखें। स्तनपान और साफ-सफाई दोनों ही नवजात शिशु की सेहत में मूलभूत भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम के दौरान दीदियों ने अपने अनुभव साझा किए, जिसमें बताया गया कि अब गाँवों में महिलाओं में धीरे-धीरे स्तनपान और स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। इससे बच्चों के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
कार्यक्रम के अंत में सामूहिक चर्चा, प्रश्नोत्तर सत्र एवं धन्यवाद ज्ञापन का आयोजन किया गया। समग्र सेवा की टीम ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए यह विश्वास जताया कि सभी दीदियाँ अपने-अपने क्षेत्र में स्तनपान के महत्व को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाएँगी।