जमुई/बिहार, 17 अगस्त 2025, रविवार : साइकिल यात्रा एक विचार अपनी रविवारीय यात्रा अभियान के तहत 502वीं यात्रा रविवार को जमुई प्रखंड परिसर से शुरू होकर खैरमा स्थित फार्मेसी कॉलेज तक पहुँची। इस दौरान यात्रा के प्रतिभागियों ने कॉलेज की निजी भूमि पर महोगनी, सागवान, अमरूद, शरीफा, नींबू समेत कई प्रजातियों के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
इस मौके पर विचार मंच के सदस्य अजीत कुमार ने पौधरोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जहाँ चारों ओर हरे-भरे वृक्ष, लताएँ, झाड़ियाँ हों, उन पर खिले फूलों पर भौंरे मंडराएँ, तितलियाँ नाचें और पक्षी चहकें—वह दृश्य कितना सुखद और पवित्र होता है। हमारे ग्रंथों में वृक्षारोपण को पुण्य और वृक्षों की कटाई को पाप माना गया है।
वहीं सदस्य सिंटू कुमार ने पर्यावरण संरक्षण को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि गाँव की परती भूमि और वृक्षहीन पर्वतों पर यदि बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाए तो उससे ईंधन, फल और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि हरे चारे से पशु अधिक दूध देंगे, पेड़ों से वातावरण में शुद्धता और शीतलता आएगी जिससे वर्षा होगी, अन्न की पैदावार बढ़ेगी और मिट्टी का क्षरण भी रुकेगा। पहाड़ों का स्खलन थमेगा, नदियों में बाढ़ की समस्या कम होगी और रेगिस्तान का विस्तार भी रोका जा सकेगा।
यात्रा के दौरान साइकिल चलाएँ, प्रदूषण घटाएँ पेड़ लगाएँ, धरती बचाएँ का नारा गूंजता रहा। इस यात्रा में ठाकुर, हरेराम कुमार सिंह, राहुल सिंह, संदीप कुमार रंजन, अजीत कुमार, सिंटू कुमार, अभिषेक आनंद, सोनू कुमार, संजय कुमार, कॉलेज कर्मी रौशन जी और गोलू जी सहित कई सदस्य शामिल रहे।