गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 6 जुलाई 2025, रविवार : दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाला गिद्धौर रेलवे स्टेशन इन दिनों बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर चर्चा में है। स्टेशन के एक नंबर प्लेटफॉर्म स्थित वेटिंग हॉल की छत जर्जर हालत में है और उसमें गंभीर सीलन आ चुकी है। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी भयावह रूप ले रही है, जब वेटिंग हॉल की छत से लगातार पानी टपकता है, जिससे वहां बैठने वाले यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
यात्रियों का कहना है कि जैसे ही बारिश होती है, वेटिंग हॉल में पानी भरने लगता है और छत से टपकते पानी के कारण न तो वे आराम से बैठ सकते हैं और न ही सामान को सूखा रख पाते हैं। कुछ यात्री तो मजबूरी में छाते लगाकर या दीवार से सटे खड़े रहकर समय काटते हैं।
यह स्थिति न सिर्फ असुविधाजनक है बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से भी चिंताजनक है, क्योंकि सीलन से छत कमजोर हो सकती है और गिरने का खतरा भी बना रहता है। गिद्धौर रेलवे स्टेशन पटना-हावड़ा रेलखंड पर स्थित है, जो कि देश के व्यस्ततम रेल रूट्स में से एक है। रोजाना हजारों यात्री इस स्टेशन से यात्रा करते हैं। इसके बावजूद यहां की सुविधाओं की उपेक्षा रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।
इस संबंध में मिलेनियम स्टार फाउंडेशन के अध्यक्ष सुशांत साईं सुंदरम ने कहा कि गिद्धौर रेलवे स्टेशन क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन यहां की आधारभूत संरचनाओं की हालत चिंताजनक है। वेटिंग हॉल की जर्जर छत और बारिश में पानी टपकने की समस्या न केवल यात्रियों की सुविधा में बाधा है, बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा है। रेलवे प्रशासन को अविलंब संज्ञान लेकर जरूरी मरम्मत कार्य शुरू करना चाहिए, ताकि आने वाले समय में कोई अनहोनी न हो और यात्रियों को सम्मानजनक यात्रा अनुभव मिल सके।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने भी रेलवे प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द वेटिंग हॉल की छत की मरम्मत कराई जाए और स्टेशन पर यात्री सुविधाओं में सुधार किया जाए। यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या भविष्य में और गंभीर हो सकती है।