- मत्स्य कार्यालय में निगरानी की बड़ी कार्रवाई
- मछली पालन योजना के लाभुक से मांग कर रहे थे अधिकारी
जमुई। जिले के मत्स्य कार्यालय में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने अचानक छापेमारी कर दो अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अधिकारियों में मत्स्य विकास पदाधिकारी राजीव कुमार और जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अभय कुमार शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, सोनो प्रखंड के भेलवा मोहनपुर गांव निवासी लाभुक तुलसी यादव ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी कि सरकार की मछली पालन योजना के तहत मिले अनुदान की राशि में से इन अधिकारियों द्वारा ₹1.5 लाख की अवैध मांग की जा रही है।
शिकायत के आधार पर निगरानी विभाग ने पहले मामले की गुप्त जांच की और आरोपों को सत्य पाया। इसके बाद पूर्व नियोजित कार्रवाई के तहत लाभुक से पहली किस्त के रूप में ₹50,000 लेते समय दोनों अधिकारियों को रंगेहाथ पकड़ लिया गया।
छापेमारी की अगुवाई कर रहे पुलिस उपाधीक्षक (निगरानी) सत्येंद्र राम ने बताया —
शिकायतकर्ता ने अधिकारियों की रिश्वत मांगने की शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था कि वे सीधे ₹1.5 लाख की मांग कर रहे हैं। जब शिकायतकर्ता ने तीन किश्तों में रकम देने की बात कही, तब निगरानी टीम ने योजना बनाकर शुक्रवार को पहली किस्त की रकम देने के दौरान दोनों अधिकारियों को रंगेहाथ दबोच लिया।
कार्रवाई के दौरान मत्स्य कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। वहीं, विभागीय कर्मचारियों और अन्य लाभुकों में भी इस कार्रवाई को लेकर खलबली मच गई। दोनों अधिकारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जिसके बाद उन्हें पटना निगरानी मुख्यालय ले जाया जाएगा।
इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। सरकारी विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में यह छापेमारी एक अहम कदम मानी जा रही है। निगरानी की कार्रवाई के बाद जिलेभर के अन्य विभागों में भी खलबली मची हुई है।