गिद्धौर/जमुई। गिद्धौर प्रखंड के सेवा पंचायत स्थित निचली सेवा गांव में राजा सागर आहर के किनारे बीते छह महीने से महज 5 फीट की ऊंचाई पर 440 वोल्ट का बिजली तार जानलेवा स्थिति में लटका हुआ है। बिजली विभाग की अनदेखी के कारण यह तार अब किसी बड़े हादसे को खुला न्योता दे रहा है। स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति भारी नाराजगी है।
ग्रामीणों के अनुसार यह तार पुराने पंचायत भवन के पास से गुजरता है और इतने नीचे लटक रहा है कि तेज हवा चलने पर टूट कर गिरने का खतरा हर समय बना रहता है। इसके नीचे की सड़क से रोजाना सैकड़ों लोग पैदल, बाइक और वाहन से गुजरते हैं। ग्रामीणों ने इसे "मौत का फंदा" बताते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
ग्रामीणों की पीड़ा
चंदन यादव, इंद्रदेव साव, ललन साव, रामू पासवान सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि पिछले छह महीने से लगातार बिजली विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस खतरनाक स्थिति से अवगत कराया गया है। लेकिन आज तक कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि मवेशी पहले ही इस तार की चपेट में आकर झुलस चुके हैं, और किसी दिन इंसानी जान जाना तय है।
सड़क और आहर के बीच खतरे की राह
राजा सागर आहर के नीचे से होकर गुजरने वाली यह सड़क क्षेत्र की मुख्य संपर्क मार्गों में से एक है, जिससे रोज हजारों लोग गुजरते हैं। बच्चों, महिलाओं और स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों के लिए यह और भी खतरनाक साबित हो रहा है।
प्रदर्शन की चेतावनी
गांव वालों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही बिजली विभाग इस लटके हुए 440 वोल्ट के तार को ऊंचा कर सुरक्षित नहीं करता, तो वे सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे और विभागीय लापरवाही के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करेंगे।
प्रशासन और बिजली विभाग की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए ताकि कोई बड़ा हादसा होने से पहले इस जानलेवा लापरवाही पर अंकुश लगाया जा सके। ग्रामीणों की मांग है कि तत्काल तार को ऊंचा कर सुरक्षा उपाय किए जाएं, ताकि किसी अनचाही दुर्घटना से बचा जा सके।