झाझा/जमुई। जमुई जिले के प्रख्यात कवि, समाजसेवी और जन सरोकारों के प्रखर आवाज रहे गिद्धौर निवासी प्रभात सरसिज के आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। इसी कड़ी में झाझा स्थित जनता दल यूनाइटेड कार्यालय में दिवंगत कवि की स्मृति में एक शोकसभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं झाझा के विधायक दामोदर रावत, जदयू प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार दास, समाजसेवी सुबोध केशरी, लखन मंडल, संजय सिन्हा, गोपाल बरनवाल, कालिका मोदी, बमशंकर पांडेय, आलोक झा, धीरेन्द्र यादव, गोपाल वर्मा तथा छेदी पासवान समेत बड़ी संख्या में स्थानीय बुद्धिजीवी, जनप्रतिनिधि और जदयू कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभा की शुरुआत प्रभात सरसिज की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दो मिनट का मौन रखकर की गई।
अपने शोक संदेश में विधायक दामोदर रावत ने कहा कि प्रभात सरसिज न केवल संवेदनशील कवि थे, बल्कि वे समाज, साहित्य और राजनीति को नई दिशा देने वाले व्यक्तित्व थे। उनकी लेखनी ने सदैव समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की पीड़ा को स्वर दिया। उनके निधन से साहित्यिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है। अन्य वक्ताओं ने भी प्रभात सरसिज के व्यक्तित्व और उनके बहुआयामी योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रभात सरसिज न केवल कवि बल्कि एक मार्गदर्शक और प्रेरणा के स्रोत थे, जिन्होंने अपने लेखन और सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से जनजागृति का कार्य किया।
सभा के अंत में सभी ने प्रभात सरसिज की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक रूप से ईश्वर से प्रार्थना की। उनके निधन से उत्पन्न शून्य को लंबे समय तक भर पाना कठिन होगा।