गिद्धौर/जमुई। गिद्धौर बाजार से होकर गुजरने वाला एनएच-333 इन दिनों भीषण जाम की समस्या से जूझ रहा है। यह सड़क गिद्धौर को झाझा और जमुई से जोड़ती है, लेकिन गिद्धौर बाजार स्थित लॉर्ड मिंटो टावर चौक पर प्रतिदिन कई बार लंबा जाम लग जाता है। यह जाम कई बार घंटों तक बना रहता है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस जाम का सबसे बुरा असर उन यात्रियों पर पड़ रहा है, जो गिद्धौर या झाझा रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने के लिए समय से निकलते हैं, लेकिन जाम में फंसकर स्टेशन तक देर से पहुंचते हैं।
कई यात्रियों को समय पर ट्रेन न मिलने के कारण अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ती है। जाम के चलते ट्रेन छूटने की यह समस्या अब आम हो चुकी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह और शाम के समय, जब यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए जल्दी में होते हैं, तब जाम की स्थिति और भी भयावह हो जाती है। कई बार रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए महज 10-15 मिनट का रास्ता एक से डेढ़ घंटे में पूरा होता है।
इसके अलावा, इस जाम में आम लोग, सरकारी अधिकारियों की गाड़ियां, स्कूल वाहनों और एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं भी बुरी तरह फंस जाती हैं। कई बार एंबुलेंस को जाम में घंटों इंतजार करना पड़ता है, जिससे मरीजों की जान संकट में पड़ जाती है। गर्मी के इस मौसम में तेज धूप में यात्रियों और राहगीरों की परेशानी दोगुनी हो गई है। पैदल चलने वालों को तेज धूप के साथ-साथ जाम में फंसी गाड़ियों के धुएं से भी कठिनाई झेलनी पड़ रही है।
गिद्धौर बाजार के दुकानदारों का कहना है कि जाम के कारण ग्राहक समय पर दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनके व्यापार पर सीधा असर पड़ रहा है। कई बार ग्राहक जाम की वजह से रास्ते से ही लौट जाते हैं। स्थानीय निवासियों, दुकानदारों और यात्रियों ने प्रशासन से मांग की है कि भारी मालवाहक वाहनों और बालू लदे ट्रकों के दिन में प्रवेश पर तत्काल रोक लगाई जाए तथा यातायात व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए। फिलहाल प्रशासन की लापरवाही से गिद्धौर बाजार में जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है और लोग रोजाना इस परेशानी को झेलने के लिए मजबूर हैं।