गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 22 अप्रैल 2025, मंगलवार : गर्मी का प्रकोप इस बार अप्रैल में ही जून-जुलाई जैसी तीव्रता के साथ सामने आ गया है। गिद्धौर क्षेत्र इन दिनों भीषण लू और तेज धूप की चपेट में है, जिसने न केवल आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, बल्कि मौसम के पुराने रेकॉर्डों को भी चुनौती दे दी है।
मंगलवार को क्षेत्र का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान भी 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लगातार तीन दिनों से तापमान में हो रही तेज वृद्धि ने गर्मी की तीव्रता को और खतरनाक बना दिया है। सुबह 7 बजे से ही सूर्य की किरणें इतनी प्रचंड हो गईं कि लोगों को लगा मानो दोपहर शुरू हो गई हो।
जनजीवन पर पड़ा भारी असर
इस अचानक बढ़ी तपिश का असर हर ओर साफ नजर आने लगा है।
सड़कों पर आम दिनों की अपेक्षा सन्नाटा पसरा है।
बाजारों में रौनक कम हो गई है, ग्राहक और दुकानदार दोनों कम नजर आ रहे हैं।
मजदूरी करने वाले लोग दिन के समय घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे और बुजुर्ग गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उन्होंने पिछले कई वर्षों में अप्रैल में ऐसी झुलसा देने वाली गर्मी नहीं देखी।
मौसम विशेषज्ञों की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल मौसम में किसी तरह की राहत के आसार नहीं हैं। अगले कुछ दिनों में तापमान और बढ़ सकता है, जिससे हीट स्ट्रोक व अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञों ने लोगों को दिन में धूप से बचने, अधिक पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है।
गिद्धौर के लिए चिंता का संकेत
अप्रैल में ही इस प्रकार की भीषण गर्मी जलवायु असंतुलन का स्पष्ट संकेत है। अगर हालात यूं ही बने रहे तो मई-जून में स्थितियाँ और भी ज्यादा भयावह हो सकती हैं।