मौरा/गिद्धौर (Maura/Gidhaur), 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार : नवरात्रि का त्योहार मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह त्योहार पूरे देश में बड़े ही उत्साह और श्रद्धाभाव से मनाया जाता है। नवरात्रि के इन 9 दिनों में जो पूरे श्रद्धाभाव से मां के नौ रूपों की पूजा-अराधना करते हैं, उसे चारों पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) की प्राप्ति होती है।
गिद्धौर प्रखंड के मौरा पंचायत अंतर्गत भलुवाही बगीचा स्थित चैती दुर्गा मंदिर में इस वर्ष भी नवरात्रि का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जा रहा है। यहां पंडित जालेश्वरी पांडेय के द्वारा मुख्य यजमान मनोज यादव के द्वारा विधि विधान से पूजा संपन्न करवाया जा रहा है।
पंडित जालेश्वरी पांडेय ने बताया कि चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च 2025 को हुई है। 4 अप्रैल को महासप्तमी निशा पूजा पर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। 5 अप्रैल को महाष्टमी, 6 अप्रैल को महानवमी एवं बलिदान और 7 अप्रैल को विजयादशमी पर प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मूर्तिकार राजकुमार रावत और सौरभ कुमार के द्वारा मूर्ति का भी निर्माण किया जा रहा है। पूजा में मुख्य रूप से पंचायत के मुखिया धनराज यादव, पंचायत समिति सदस्य दुखन यादव, महादेव यादव, देवेंद्र यादव, नरेश यादव, शंकर यादव, मल्हू यादव, संजीवन सिंह अपनी श्रम दान कर रहे हैं।
यह नवरात्रि का आयोजन न केवल धार्मिक महत्व का है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सौहार्द का भी प्रतीक है। यहां लोग अपने मतभेदों को भूलकर एक साथ आते हैं और मां दुर्गा की पूजा-अराधना करते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ मां दुर्गा की आराधना करते हैं और उनकी कृपा से अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।