रतनपुर/गिद्धौर (Ratanpur/Gidhaur), 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार : गिद्धौर प्रखंड के रतनपुर में चैती दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर है। पूजा समिति के सदस्य आयोजन को भव्य बनाने में जुटे हैं। मूर्ति कलाकार दुर्गा प्रतिमा को अंतिम रूप दे रहे हैं। इस बार माता के सिर पर चांदी का मुकुट सजाया जाएगा। यह मुकुट जमुई जिले से बनवाया जा रहा है। इसकी लागत एक लाख साठ हजार रुपए है। वजन 1.6 किलो है।
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि इस बार चांदी का मुकुट लगाने पर सहमति बनी है। स्थानीय ग्रामीणों और समिति के सहयोग से मुकुट तैयार हो रहा है। रतनपुर-जमुई मुख्य मार्ग पर स्थित दुर्गा मंदिर आस्था का केंद्र है। यहां चैत्र नवरात्र की नवमी और दशमी को भव्य मेला लगता है। हजारों श्रद्धालु मेले का आनंद लेने पहुंचते हैं।
मंदिर और आसपास की जगहों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। मिठाई, झूले, चाट और खिलौनों की दुकानें मेले की रौनक बढ़ाती हैं। नवमी को माता की प्राण प्रतिष्ठा की शुरुआत होती है। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि पिछले 100 वर्षों से यहां चैती दुर्गा की पूजा होती आ रही है। यह मंदिर इलाके के लोगों के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र है।
माता की प्रतिमा का निर्माण पिछले 50 वर्षों से सुदामापुर निवासी मूर्तिकार नुनदेव रविदास कर रहे हैं। इस बार भी वही प्रतिमा बना रहे हैं। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों की मुराद माता पूरी करती हैं। यहां के लोगों का कहना है कि माता की कृपा से उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है।