जमुई/बिहार, 30 अप्रैल 2025 : अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति के खिलाफ जमुई जिले में एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। खैरी रामपुर के मांझी टोला में आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया और उन्हें इसके विरुद्ध शपथ दिलाई गई।
इसके साथ ही महसौरी पंचमंदिर में पंडित जी से मुलाकात कर उन्हें भी बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलवाई गई, ताकि धार्मिक आयोजनों में बाल विवाह न हो और समाज में एक सकारात्मक संदेश जाए।
कार्यक्रम में जिला परियोजना प्रबंधक, वन स्टॉप सेंटर (OSC) और DHEW (जिला स्तरीय महिला सहायता इकाई) के सभी कर्मी उपस्थित रहे। उन्होंने बाल विवाह के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों, सामाजिक नुकसान और कानूनी परिणामों पर विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को 181 महिला हेल्पलाइन, 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन तथा महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल जागरूकता ही नहीं, बल्कि लोगों में बाल विवाह के विरुद्ध सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना था, जिसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी देखी गई।