गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 28 अप्रैल 2025, सोमवार : गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत चौरा हाल्ट पर रविवार को राष्ट्रीय भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के बैनर तले एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरने का मुख्य उद्देश्य लॉकडाउन के दौरान निरस्त किए गए ट्रेनों के ठहराव को पुनः शुरू करने की मांग को जोरदार तरीके से रेलवे प्रशासन के समक्ष रखना था।
चौरा हाल्ट, जो हावड़ा मेन लाइन रेलखंड पर स्थित है, वर्ष 1927 से ट्रेनों के नियमित ठहराव का साक्षी रहा है। यहां से हावड़ा-मुजफ्फरपुर फास्ट पैसेंजर, हटिया-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव होता था, जिससे चौरा, कुंधुर, रतनपुर, गुगुलडीह सहित दर्जनों गांवों के यात्रियों को सुविधा मिलती थी। कोविड-19 महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के समय ट्रेनों के परिचालन में बदलाव करते हुए चौरा हाल्ट पर ट्रेनों का ठहराव समाप्त कर दिया गया था, जिससे क्षेत्र के यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
धरने में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। वक्ताओं ने रेलवे प्रशासन से मांग की कि चौरा हाल्ट पर ट्रेनों का पूर्ववत ठहराव शीघ्र बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि ठहराव समाप्त होने से दैनिक यात्रियों, छात्र-छात्राओं, मरीजों, बुजुर्गों और मजदूरों को काफी परेशानी हो रही है। छोटी-छोटी यात्राओं के लिए भी लोगों को दूर के बड़े स्टेशनों तक जाना पड़ रहा है, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी हो रही है।
धरना स्थल पर पूर्व मुखिया पवन यादव, कुमार चंद्रदेव, मुकेश पासवान, वीरेंद्र दास, उमाशंकर पांडेय, चंद्रशेखर तिवारी, गौरव कुमार सिंह, छोटू यादव, सोनू कुमार, सुबोध कुमार समेत कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। सभी ने बारी-बारी से अपने विचार व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि यदि ट्रेनों के ठहराव की बहाली जल्द नहीं हुई, तो आंदोलन को और भी उग्र किया जाएगा।
धरने के समापन पर एक प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय रेलवे अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, जिसमें चौरा हाल्ट पर ट्रेनों के ठहराव को पुनः शुरू करने की मांग रखी गई। आंदोलनकारियों ने उम्मीद जताई कि रेलवे प्रशासन जनभावनाओं का सम्मान करते हुए शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेगा।