- छह प्रखंडों को मिली स्वीकृति, गिद्धौर रहा उपेक्षित
- छात्रों ने जताई नाराजगी, उच्च शिक्षा के लिए करना पड़ेगा संघर्ष
गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 28 अप्रैल 2025, सोमवार : शिक्षा विभाग ने जमुई जिले के छह प्रखंडों — झाझा, सिकंदरा, बरहट, खैरा, लक्ष्मीपुर और चकाई — में डिग्री कॉलेज स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इससे इन क्षेत्रों के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। हालांकि, गिद्धौर प्रखंड इस योजना से वंचित रह गया है, जिससे क्षेत्र में छात्रों और अभिभावकों के बीच गहरी निराशा व्याप्त है।
गिद्धौर के छात्र-छात्राओं को अब भी उच्च शिक्षा के लिए अन्य प्रखंडों या बड़े शहरों का रुख करना पड़ेगा, जिससे न केवल समय और धन का अतिरिक्त व्यय होगा, बल्कि शारीरिक और मानसिक श्रम भी बढ़ेगा।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सुशांत साईं सुंदरम ने इसे क्षेत्र के साथ अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि गिद्धौर में डिग्री कॉलेज की स्थापना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा, "यहां कॉलेज खुलने से न केवल छात्रों को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि क्षेत्र के शैक्षणिक और आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।"
लड़कियों को ज्यादा परेशानी
छात्रा पलक कुमारी ने अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा, "डिग्री कॉलेज न होने के कारण हमें लड़कियों को खासतौर पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बाहर जाकर पढ़ाई करना सुरक्षित और आसान नहीं है।"
वहीं, छात्रा खुशी कुमारी ने कहा, "डिग्री कॉलेज की कमी के चलते कई लड़कियों को पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ती है। सरकार को हमारी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।"
समान अवसर की मांग
छात्र जगमोहन कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा, "गिद्धौर की उपेक्षा समझ से परे है। हम भी समान अवसर के हकदार हैं।"
छात्र सचिन कुमार ने कहा, "गरीब छात्रों के लिए दूर जाकर पढ़ाई करना असंभव हो जाता है। गिद्धौर में डिग्री कॉलेज की सख्त जरूरत है।"
वहीं, पवन कुमार ने सरकार से अपील करते हुए कहा, "हमारी मांग है कि गिद्धौर में भी जल्द से जल्द डिग्री कॉलेज की स्थापना की जाए ताकि हम भी अपने भविष्य को संवार सकें।"
सरकार से पुनर्विचार की मांग
बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आवश्यक भूमि चिन्हित कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराएं। प्रत्येक कॉलेज में 360 छात्रों के अध्ययन की व्यवस्था की जाएगी।
राज्य सरकार के इस फैसले से पूर्वी चंपारण सहित कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की नई किरण जगी है, पर गिद्धौर के वंचित रह जाने से यहां के छात्रों में रोष है।
छात्रों और अभिभावकों ने सरकार से मांग की है कि गिद्धौर को भी इस योजना में शामिल किया जाए और जल्द से जल्द डिग्री कॉलेज की स्थापना कर उच्च शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया जाए।