जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार : बिहार की राजनीति में बदलाव का बिगुल बजाने की तैयारी में जुटे जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर अब एक बार फिर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। शुक्रवार को जमुई में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने ऐलान किया कि आगामी 20 मई से वे ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा से प्रारंभ होगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ एक राजनैतिक दौरा नहीं, बल्कि बिहार में व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में एक व्यापक जनआंदोलन होगी। इसका उद्देश्य जेपी के अधूरे सपनों को पूरा करते हुए राज्य की मौजूदा राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव लाना है।
PK ने बताया कि यात्रा के दौरान वे बिहार के हर जिले, गांव और शहर में जाकर आम जनता से सीधा संवाद करेंगे और एक सशक्त, पारदर्शी और जन भागीदारी वाली राजनीति का आधार तैयार करेंगे।
★ पीएम मोदी पर तीखा हमला: 'बुलेट ट्रेन गुजरात को, बिहार को पलायन'
प्रशांत किशोर ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बिहार दौरे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में एक लाख करोड़ रुपये की लागत से बुलेट ट्रेन ला रहे हैं, जबकि बिहार आकर केवल 1-2 रेलवे लाइनों के दोहरीकरण की घोषणा करते हैं।"
PK ने आरोप लगाया कि बिहार में की जा रही रेलवे घोषणाएं महज दिखावटी हैं। उनका मकसद यहां के युवाओं को गुजरात जैसे राज्यों की ओर मजदूरी के लिए पलायन करने को मजबूर करना है।
उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में केंद्र सरकार बिहार के विकास को लेकर गंभीर होती, तो यहां भी स्टील फैक्ट्रियों और औद्योगिक हब बनवाए जाते। "बिहार को सिर्फ ट्रेनें नहीं, उद्योग चाहिए, ताकि यहां के युवा खुद मालिक बनें, मजदूर नहीं।" – PK
★ अशोक चौधरी पर प्रहार: 'टिकट खरीदकर बेटी को सांसद बनवाया, अब सवाल पूछते हैं'
जन सुराज को लेकर नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी द्वारा उठाए गए सवालों पर भी PK ने सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "अशोक चौधरी का राजनीतिक चरित्र सबके सामने है। उन्होंने अपनी बेटी को टिकट खरीदकर सांसद बनवाया है, और अब वह हमें नैतिकता सिखा रहे हैं।"
PK ने कहा कि जन सुराज किसी माफिया या धनबल पर आधारित अभियान नहीं है। "हमने जो भी अर्जन किया है, वह अपनी मेहनत और बुद्धि के बल पर किया है। हम जनता से एक रुपया नहीं लेते, न ही किसी दबाव समूह के लिए काम करते हैं।"
★ ‘जन सुराज’ सिर्फ आंदोलन नहीं, लोगों की उम्मीद है: PK
अपने वक्तव्य के अंत में प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज किसी पार्टी या व्यक्ति की नहीं, बल्कि उस हर बिहारवासी की आवाज है जो बदलाव चाहता है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य है कि कोई भी प्रतिभाशाली और ईमानदार व्यक्ति पैसे के अभाव में राजनीति से बाहर न हो। जन सुराज इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।
20 मई को शुरू होने जा रही यह यात्रा बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर सकती है। सिताबदियारा से शुरू होकर यह यात्रा जनमानस की सोच और सत्ता के समीकरण दोनों को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।