- कार्यस्थल पर बोर्ड लगाए बिना ही धड़ल्ले से करा रहे सरकारी कार्य
- ग्रामीणों का आरोप — अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी नियम का हो रहा उल्लंघन
गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 29 नवंबर 2024, शुक्रवार : बिहार के गांव–गांव को अब सड़कों से जोड़ा जा रहा है। गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के एनएच 333 से सरसा मोड़ जाने वाले रास्ते में विशेष केंद्रीय सहायता से बन रहे सरसा ग्रामीण पीसीसी सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता देखी जा रही है। निर्माण में टुकड़ा ईट का उपयोग किया जा रहा है। बिना मिट्टी को दबाए ईट सोलिंग का कार्य किया जा रहा है।
इसमें विभागीय स्तर पर कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन जमुई, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता द्वारा निर्माण कार्य कराया जाना है। लेकिन कार्य स्थल पर बिचौलियों द्वारा काम कराया जा रहा है। कार्यस्थल पर योजना और प्राक्कलन राशि से संबंधित बोर्ड लगाए बिना ही धड़ल्ले से काम कराए जाने से कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ग्रामीण ओंकार यादव, दिनेश यादव, मोती यादव, सिंघेश्वर यादव, कैलू यादव एवं मनोज साह द्वारा अभियंता को फोन कर शिकायत किए जाने पर प्राक्कलन राशि बताने से इनकार कर दिया गया। यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि गिद्धौर प्रखंड में चल रहे सरकार प्रायोजित कई योजनाओं पर बिना योजना का बोर्ड लगाए ही काम कराया जा रहा है। इनमें सड़क निर्माण और अन्य कार्य शामिल है। लेकिन इन योजनाओं के शुरू होने से पहले निर्माण स्थल पर निर्माण कार्य के संबंध में किसी प्रकार का बोर्ड नहीं लगाया जाता है। जिस कारण ग्रामीणों को यह नहीं पता चल पाता है कि निर्माण कार्य किस योजना के तहत कराया जा रहा है? योजना का प्राक्कलन क्या है और प्राक्कलित राशि कितनी है?
यह पता नहीं रहने के कारण स्थानीय लोगों को योजना के बारे में जानकारी नहीं होती है और इसी बीच योजना के अभिकर्ता अधिकारी की मिली भगत से जैसे–तैसे योजना को पूर्ण दिखाकर राशि का बंदरबांट कर लेते हैं। इससे धरातल पर योजनाओं का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता और लोगों की समस्या जस का तस बनी रह जाती है।
इस संबंध में गिद्धौर के एक पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर जेई रंजीत कुमार ने कहा कि आप हमें वीडियो भेज दीजिए जांच करते हैं।
वहीं एसडीओ अलका ज्योति ने बताया कि हम लोग कार्यस्थल पर आकर देख लेते हैं।
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