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हे प्रभु, प्रेमानंद... ये क्या हुआ? आला ढूंढते रहे स्वास्थ्यकर्मी और नवजात की चली गई जान

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 19 जून 2024, बुधवार : गिद्धौर के दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन दिनों प्रसव कराने को लेकर अस्पताल आनेवाले मरीजों के साथ लापरवाही बरतने का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। नया मामला बीते सोमवार का है, जहां पतसंडा निवासी गणेश राम के पुत्र मुन्ना कुमार अपनी पत्नी पंचोला कुमारी को प्रसव कराने के लिए दिग्विजय सिंह समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गिद्धौर आये थे। जहां अस्पताल में सुबह 8:20 बजे प्रसूता को भर्ती कर चिकित्सक के निर्देश पर एएनएम नूतन कुमारी द्वारा तकरीबन 11:25 बजे मरीज का प्रसव करा दिया गया। प्रसव के बाद मरीज व नवजात की स्थिति सामान्य थी। करीब आधे घंटे बाद ही प्रसूता एवं नवजात को बिना डिस्चार्ज किए अस्पताल से घर भेज दिया गया। जहां कुछ घंटों के बाद परिजन द्वारा बच्चे की तबियत अचानक बिगड़ने पर बच्चे को स्वास्थ्य  जांच को लेकर अस्पताल लाया गया, जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने उक्त नवजात को मृत घोषित कर दिया।

इधर घटना से आहत पीड़ित प्रसूता पंचोला देवी के परिजन बटेश्वर राम, गणेश राम, विकास कुमार, मुन्ना कुमार, रेखा देवी, सुनीता कुमारी, सुभाष राम, रोहित कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर अपने बच्चे की इलाज में देरी होने के कारण हुए मौत का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पताल में प्रसूता एवं नवजात की देखभाल एवं सुरक्षा को लेकर 24 से 48 घंटे तक विभागीय स्तर से चिकित्सकीय निगरानी में मरीजों को रखने के कड़े निर्देश विभाग द्वारा अस्पताल प्रबंधन को दिए गए हैं। बावजूद इसके प्रसव के तीस मिनट बाद ही अस्पताल से प्रसूता एवं नवजात को घर वापस भेज दिया गया, जहां बच्चे की तबियत बिगड़ने एवं रुक रुक कर रोने एवं सांस लेने में तकलीफ के बाद स्वास्थ्य जांच हेतु उसे अस्पताल लाया गया। जहां हमारे बच्चे की मौत हो गई।
प्रसूता के परिजनों ने आगे यह भी कहा कि नवजात शिशु की नाजुक स्थिति रहने के बावजूद भी डेढ़ घंटे तक ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक अंजना कुमारी एवं स्वास्थ्यकर्मी बच्चे की जांच हेतु आला ढूंढते रहे। स्वास्थ्यकर्मियों को आला ढूंढने में ही डेढ़ घंटे लग गए। कूलर के नीचे से जब आला मिला, तब तक नवजात शिशु की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के दोषी स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सिविल सर्जन एवं जिलाधिकारी जमुई से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की है।

इस मामले के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है मामले की जांच की जाएगी और संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

वहीं इस संदर्भ में जिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। प्रसव से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा। मामले की जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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