✓ रिपोर्ट : अभिलाष कुमार
बिहार राज्य के जमुई जिला क्षेत्र स्थित झाझा प्रखंड के धमना गांव में वार्षिक दक्षिणेश्वर काली पूजा का बीते मंगलवार को समापन हुआ। ज्ञातव्य हो की इसकी शुरुआत 10 जून को हुई थी। पूरे नियम निष्ठा से पूजा आर्चना विधिवत नौ दिनों तक चली। इसके बाद वार्षिक सलोनी पूजा का समापन बीते मंगलवार की अर्धरात्रि में हुआ।
इस पूजा में शामिल होने के लिए स्थानीय एवं आसपास के विभिन्न गांवों से भक्तगण यहां पहुंचे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में मौजूद रही। इस नौ दिवसीय पूजन अनुष्ठान के दौरान मां काली के भक्तों द्वारा बलिदान भी किया गया। मान्यता है कि जो श्रद्धालु मां काली के प्रांगण में आराधना करते हैं, उन्हें संतान की प्राप्ती होती है।
मनोकामना पूर्ति के लिए श्रद्धालु अपने बच्चों का इस काली मंदिर प्रांगण में पूजा के दिन मुंडन करवाते हैं। वहीं मां काली के भक्त इस मंदिर में दान स्वरूप आभूषण भी चढ़ाते हैं।
मां काली की वार्षिक सलोनी पूजा में शामिल होने बड़ी संख्या में धमना गांव पहुंचे श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से पूजा आराधना की और सुखमय जीवन की कामना के साथ मनोकामनाएं मांगी। मां काली पूजा समिति एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से मंदिर परिसर में आए भक्तों किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए तत्परता से योगदान देते नजर आए। मनचलों और असामाजिक तत्वों पर प्रशासन की पैनी नजर रही। वहीं उचक्कों ने कुछ महिलाओं के गले से चेन खींच लिए। कड़ी व्यवस्था के बावजूद भी इन्हें पकड़ा नहीं जा सका।
0 टिप्पणियाँ