जमुई (Jamui), 27 मई 2023 : नदियों की बिगड़ती स्थिति को लेकर जमुई के पर्यावरण प्रेमियो, समाजसेवियों, युवाओं, संगठनों द्वारा नदियों के अस्तित्व को बचाने के लिए लगातार संघर्ष थमने का नाम नही लिया जा रहा है। नदी बचाओ आंदोलन के तहत लंबी दूरी गरही डैम से पतनेश्वर धाम तक पदयात्रा के बाद कोई कार्यवाही ना होने पर नदी बचाओ समिति के सदस्यों द्वारा अब "माननीय जागिये, जमुई को बचाईये" थीम के साथ मुहिम फिर से जारी किया है। इस बार की पदयात्रा 28 मई को गरसंडा पंचायत भवन से घनश्याम स्थान, कोल्हुआ तक के लिए होगा।
वैसे तो यह पदयात्रा महज 8 किलोमीटर की है, लेकिन अधिक से अधिक लोगो को जागरूक करने का लक्ष्य है। इसके साथ जमुई में जनप्रतिनिधयों और समाजसेवियों का धयान आकृष्ट करने के लिए सोशल मीडिया में जोर शोर से ट्रेड चलाया जा रहा है।
नदी बचाओ आंदोलन समिति के सदस्य सचिराज पद्माकर ने बताया कि नदियों की समस्या पर ज्यादा चिंतित तो इस बात का है कि जनजन की समस्या को ना तो जनप्रतिनिधि द्वारा धयान दिया जा रहा है ना ही बड़े समाजसेवीयो का। हद तो तब होता है कि सरकार द्वारा महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली भी है, उसे सफल बनाने के सभी लोग लगे हुए है। लेकिन जमुई जिला के नदियों का क्षरण से अब तक सभी अनविज्ञ है यह जनप्रतिनिधयों के जनसरोकार से जुड़ा समस्या को नजरअंदाज करने जैसा है। इसी को लेकर इस बार की पदयात्रा माननीय जागिये जमुई को बचाईये थीम पर मुहिम चलाया जा रहा है।
सदस्यों द्वारा आज अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना देते हुए कार्यक्रम की सफलता को लेकर जोर शोर से करने के लिए गरसंडा, तरी दाविल, दाविल, कोल्हुआ, बानपुर, बालाडीह, हरिहरपुर घनश्याम थान के पास जनसम्फ़र्क अभियान चलाया गया।
सदस्यों द्वारा बताया गया कि बिगत पदयात्रा की सराहना देश भर में हो रही है परंतु इस अभियान से स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों बिल्कुल अनविज्ञ है। जो कि निंदनीय है इसी को लेकर अभियान निरन्तर आगे जारी रखा जा रहा है ताकि जमुई के लोग अपने भविष्य के लिए चिंतित हो सकें।
इस अवसर पर धीरज कुमार सिंह, सचिराज पद्माकर, विवेक कुमार, टिंकु पासवान, डुगडुग सिंह, संतोष कुमार सुमन सहित कई दर्जनों सदस्य उपस्तिथ थे।
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