गिद्धौर : छतरपुर बंधौरा नदी घाट पर बेतरतीब खनन से बने तालाब में डूबे दो बच्चे, मुश्किल से बची जान

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 18 अप्रैल 2023 : गिद्धौर अंचल क्षेत्र के छतरपुर बंधौरा नदी घाट पर संवेदक व उनके कर्मियों द्वारा बीस से तीस फिट खनन कर बालू उठाव किए जाने के बाद नदी में बने गहरे तालाब में मंगलवार की सुबह दो बच्चे डूबते–डूबते बच गए। बच्चों की पहचान छतरपुर गांव निवासी राहुल कुमार (उम्र : 10 वर्ष) व गांधी आश्रम निवासी मोनू कुमार (उम्र : 12 वर्ष) के रूप में हुई है।

मिली जानकारी अनुसार उलाई नदी के छतरपुर बंधौरा नदी घाट में चल रहे बेतरतीब खनन के कारण नदी में दर्जनो जानलेवा तालाब नुमा गड्ढे बन गए है। मंगलवार की सुबह राहुल और मोनू उक्त नदी घाट पर स्नान करने पहुंचे थे। जैसे ही दोनो नदी में बने गड्ढे में नहाने के लिए उतरे की दोनो डूबने लगे। गनीमत रही कि बगल के गड्ढे में बंधौरा गांव के आधा दर्जन युवक स्न्नान कर रहे थे और उनकी नजर इन दोनों पड़ गई।

तत्क्षण दो–तीन युवकों ने नदी में बने जानलेवा तालाब में कूद कर बांस के सहारे दोनों बच्चों को सकुशल बाहर निकालकर, उन्हें घर पहुंचाया। युवकों की सूझ–बूझ की वजह से आज एक बड़ी अनहोनी की घटना को घटित होने से टाला गया। बच्चों के डूबने व युवकों द्वारा सकुशल बचा लिए जाने की खबर इलाके भर में आग की तरह फैल गई। 

बंधौरा, गंगरा, बनझुलिया, छतरपुर व धोबघट गांव के ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से संवेदक द्वारा उक्त नदी घाट पर तीस से चालीस फिट गड्ढा खोद कर बालू खनन किया जा रहा है, उससे यह प्रतीत होता है कि आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं और बढ़ेंगी।

नदी बचाओ संघर्ष समिति के कुणाल सिंह, सच्चिदानंद मिश्रा, आरटीआई कार्यकर्ता विमल मिश्रा, अजीत झा, क्षत्रिय संघ के प्रखंड अध्यक्ष हिमांशु शेखर सिंह ने कहा कि अगर अब भी प्रशासन नहीं जागा और बेतरतीब खनन को बंद नही कराया गया, तो इस इलाके के आधा दर्जन से अधिक गांववासी नदी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बंधौरा छतरपुर नदी घाट पर अनिश्चितकालीन धरना व प्रदर्शन को विवश हो जाएंगे।
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