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गिद्धौर : दिव्यांगजनों के होली मिलन समारोह में खूब उड़े गुलाल, एकता कायम रखने का लिया संकल्प

गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 5 मार्च : प्रखंड के बनझुलिया गांव स्थित महात्मा गांधी सार्वजनिक पुस्तकालय भवन में दिव्यांग सेवा संघ के द्वारा दिव्यांग एक उम्मीद जागरूकता मंच के बैनर तले होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रखंड भर के दिव्यांगजनों ने भाग लिया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही दिव्यांगजनों ने सामूहिक रूप से पारंपरिक होली गीत गाकर भी एक-दूसरे पर गुलाल छिड़ककर विलुप्त हो रही परंपरा को जागृत करने की कोशिश की।

उपस्थित दिव्यांगजनों को संबोधित करते हुए संघ प्रखंड सचिव डब्लू पंडित ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद से दिव्यांगजनों की आर्थिक हालत काफी जर्जर हो गई है। इस वर्ष भी दिव्यांगजनों के होली दूसरे पर आश्रित रहकर मनाने को विवश हो रहे हैं। ऐसे में सरकार को दिव्यांग पेंशन की राशि बढ़ाकर ₹2000 से ₹2500 कर दिया जाना चाहिए, तभी उनकी जिंदगी कुछ बेहतर हो सकती है। लेकिन उसके बदले में सरकार मात्र ₹400 दे रही है जो बहुत ही कम है। देश का बिहार ही एक ऐसा राज्य है, जहां दिव्यांगजनों को पेंशन के रूप में सबसे कम राशि ₹400 दिए जाते हैं।
दिव्यांग एक उम्मीद जागरूकता मंच के संरक्षक कुमार सुदर्शन सिंह ने कहा आप सभी दिव्यांग साथी अपना हौसला कायम रखें। आप कभी भी अपने आपको नीचा ना समझें क्योंकी हम आपके साथ हैं। कोई भी प्रकार की समस्या हो तो वह हमारे साथ शेयर करें हम उसका समाधान करने का पूरा प्रयास करेगें आप सबों का भी समाज में समान अधिकार एवं सम्मान मिले इसके लिए हम प्रयत्नशील है।
अध्यक्ष श्री किशोरी पंडित ने कहा हम सभी दिव्यांगजनों को एकजुट होकर अपनी चट्टानी एकता को कायम रखना होगा। दिव्यांग की परेशानी दिव्यांग से अच्छा और कोई नहीं जान सकता है इसलिए हम सभी एक दूसरे को सहयोग करते रहें।
इस अवसर पर प्रखंड सचिव डब्लू पंडित, दिव्यांग एक उम्मीद जागरूकता मंच के संरक्षक कुमार सुदर्शन सिंह, प्रखंड अध्यक्ष किशोरी पंडित, सेवा से श्यामसुंदर तांती, गिरधारी पंडित, महेश कुमार, केवाल से उपेंद्र कुमार यादव, बजरंगी तांती, पंकज कुमार पंडित, गिद्धौर से सुधीर कुमार यादव, रामदेव पासवान, कोल्हुआ से विवेकानंद गुप्ता, मलयपुर से संतोष पाण्डेय, सुरेश प्रसाद, झाझा से नवीन कुमार साव के अलावे दर्जनों दिव्यांग मौजूद थे।

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