✓ रिपोर्ट : विक्की कुमार
झाझा-रेलनगरी के नाम से दानापुर (Danapur) डिवीजन में प्रसिद्ध झाझा रेलवे स्टेशन पर पटना (Patna) की तर्ज पर बनने वाली फुट ओवरब्रिज कई कारणो के कारण धीमी गति पर पहुंच चुका है। 2020 में ही बनकर तैयार होने वाले फुट ओवर ब्रिज धीमीगति से कार्य होने के कारण लोगों को अब भी झाझा स्टेशन (Jhajha Station) से आने-जाने के लिये अंग्रेजी हुकुमत की बनाई हुई पुराना ही फुट ओवर ब्रिज का लोग उपयोग कर रहे हैं।
एकमात्र फुट ओवर ब्रिज होने के कारण रेलयात्रियों को आवगमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फुट ओवर ब्रिज के निर्माण कार्य में धीमी गति से कार्य पर कई बार स्थानीय लोगों ने इस संदर्भ में रेलवे के वरीय पदाधिकारी से लेकर स्थानीय सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) से भी चर्चा किया लेकिन हर बार जल्द ही फुट ओवर ब्रिज का निर्माण हो जाने की बात ही सामने आई।
13 दिसंबर 2018 में ही फुट ओवर ब्रिज एवं स्टेशन पर यात्री सुविधा संबंधी संसाधनों के उन्न्यन के लिये करीब आठ करोड़ की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास सांसद ने किया था लेकिन चार साल गुजर जाने के बाद भी फुट ओवर ब्रिज का सपना साकार होने की अंतिम कगार पर भी नही पहुंच सका।
इधर आईओडब्लू विभाग के द्वारा बताये गये अनुसार 3 करोड 92 लाख की लागत से फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना था। लेकिन एफओबी में गुणवतापूर्ण सामग्री का इस्तेमाल जिसमें 60 लाख रूपये राशि बढ़ाई गई। कारण फुट ओवर ब्रिज में जो सामान की लागत लग रही थी उस सामग्री में बढ़ोतरी की गई।
आईओडब्लू ओमप्रकाश ने इस संदर्भ में बताया कि लाॅकडाउन के कारण दो वर्ष कार्य प्रभावित रहा जिसके कारण फुट ओवर ब्रिज का कार्य पूरा नही हो सका। लेकिन मार्च तक हर हालात में पूरी तरह से फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कर लिया जायेगा।
कुछ दिन पूर्व झाझा पहुंचे सांसद चिराग पासवान ने कहा कि टेक्नीकल प्राॅब्लम के कारण कार्य धीमी गति पर था लेकिन जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में फुट ओवर ब्रिज का कार्य पूरा हो जायेगा।
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