



वहीं सामाजिक विविध क्षेत्रों में जागरूकता तथा कुशल नेतृत्व के लिये पगडंडी नेतृत्व प्रतिदर्श सम्मान जिले के तीन लोगों को उनके संबंधित क्षेत्रों में महती योगदान के लिये दिया गया। इनमें समाजिक समरसता के लिए झाझा निवासी गौरव सिंह राठौड़ को, दिव्यांगों की मदद एवं अंग उपलब्ध कराने हेतु भारत विकास परिषद के सचिव शंभू कुमार को एवं शैक्षणिक गतिविधियां संचालित करने एवं युवाओं को प्रेरित करने के लिए डाॅ. विभूति भूषण को दिया गया। कार्यक्रम का संचालन पगडंडी जमुई के संगठन सचिव सुशांत साईं सुन्दरम ने किया।
द्वितीय सत्र में काव्य पाठ एवं राग रंग की प्रस्तुति हुई। शुरुआत अंगिका भाषा की सरस्वती वंदना से की गई, जिसकी प्रस्तुति चक्रधर कृष्णा एवं डॉ. मनजीत सिंह किनवार ने दी। कवयित्री डॉ. नूतन सिंह, चक्रधर कृष्णा, वरिष्ठ कवि सुरेंद्र प्रसाद सिंह 'मुकुल', रंजीत सिंह, विकास सोलंकी, उमाशंकर सिंह ने अपनी प्रस्तुतियों से सबकी खूब वाहवाही लूटी। वहीं काव्य पाठ में चक्रधर कृष्णा एवं डॉ. मनजीत सिंह किनवार ने हास्य व्यंग्य की प्रस्तुति से सबको कविता के माध्यम से वर्तमान सामाजिक व राजनीतिक परिस्थितियों पर कटाक्ष किया। काव्य पाठ के सत्र का संचालन युवा कवि पूर्णेन्दु चौधरी ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में पगडंडी जमुई के सचिव अरुण कुमार आर्य, सदस्य रोहित कुमार, मनीष नंदन, पुरुषोत्तम कुमार सिंह, अजित कुमार सिंह, डॉ. शैलेंद्र कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा।