* रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह
* संपादन : अपराजिता
अलीगंज प्रखंड के कोदवरिया (Kodwariya) पंचायत के हिलसा (Hilsa) गांव के महादलित टोला में सार्वजिनक जमीन पर एक खास व्यक्ति द्वारा जबरन कब्जा करने की शिकायत पर सीओ ने स्थानीय सरपंच के ग्राम कचहरी के माध्यम से निष्पादन करने के लिए हस्तान्तरित कर दिया था।
यह जमीन विवाद परशुराम मांझी, अर्जून मांझी, यमुना मांझी, जवाहर मांझी, लखीचंद मांझी एवं मतलू मांझी के बीच चल रहा था। जिसमें खसरा 1777 रकवा 19 डी को महादलित परिवार के लोग स्थानीय स्तर पर अमीन एवं पंचों के द्वारा बराबर-बराबर कई वर्षो पूर्व में आपसी बटबारा कर दिया गया था। जिसमें सभी लोग अपने-अपने हिस्से पर दखल कब्जा है।
कुछ भाग शेष बचे जमीन में सरकारी कुआं एवं चापाकल तथा कुछ भू-भाग परती सार्वजनिक रूप से छोड दिया गया था। जिसको मतलू मांझी द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया था। जिसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था।
जिसे रविवार को ग्राम कचहरी (Gram Kachahri) की सरपंच रिंटू कुमारी एवं सरपंच प्रतिनिधि राजेश पाण्डेय, पूर्व मुखिया फौदारी यादव एवं सामाजिक कार्यकर्ता मंटू सिंह सहित अन्य ग्रामीणों के उपस्थिति में ग्राम कचहरी में दोनों पक्षों के कागजातों के आधार पर सार्वजनिक जमीन को अवैध कब्जा से मुक्त कराया गया।
सरपंच ने दोनों पक्षों को आपसी भाईचारे व शान्ति-सौहार्दपूर्ण वातावरण में आपस में मिल-जुलकर रहने का निर्देश दिया। मौके पर बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ