जमुई रेलवे स्टेशन पर लावारिस हाल में मिला दिव्यांग बच्चा, जीआरपी ने चाइल्ड लाइन को सौंपा

बरहट/जमुई (Barhat/Jamui), 11 अगस्त : आज हमारा समाज किस ओर जा रहा है, इस बारे में हमें सोचने की आवश्यकता है। लोग आज थोड़ी सी परेशानियों से घबरा जा रहे हैं। सभी अपनी जिम्मेदारियों से बचने में लगे हैं। मानवता को शर्मसार करने वाला एक शर्मनाक वाकया बुधवार की शाम जमुई स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 1 पर देखने को मिली।

यहां चार वर्ष का एक छोटा बच्चा लावारिस अवस्था में पड़ा हुआ था। बच्चा न बोल सकता है, न चल फिर सकता है।उसकी यही लाचारी मां-बाप को रास नहीं आई और उन्होंने जमुई स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर जनरेटर रूम के सामने छोड़ चुपचाप वहां से चल दिये। काफी देर के बाद यात्रियों के द्वारा लवारिस हालात में पडे बच्चे होने की जानकारी रेल जीआरपी को दी।

रेल थाना में तैनात एएसआई राजेश कुमार व संजीव कुमार ने मौके पर पहुच कर बच्चे के स्वजनों की खोजबीन शुरू कर दिया। काफी देर तक बच्चे के स्वजनों का पता नहीं चलने पर रेल पुलिस ने स्थानीय चाइल्ड लाइन को सूचना दी।

चाइल्ड लाइन के सदस्य जीवलाल यादव अपने एक सदस्य के साथ वहां पहुंचे। हालांकि बच्चे की वस्तुस्थिति से अवगत होने के बाद चाइल्डलाइन के सदस्य भी काफी देर तक बच्चे को अपने साथ ले जाने को लेकर अपने वरीय सदस्यों से मोबाइल से संपर्क करते रहे।

करीब एक घंटे के बाद चाइल्डलाइन के सदस्य बच्चे को अपने साथ ले जाने को तैयार रहे। इस दौरान प्लेटफार्म पर पड़ा बच्चा हर आने जाने यात्रियों में अपनी आंखों से अपने मां और पिता को ढूंढ रहा था। लेकिन उसके मां और पिता को उसकी तनिक भी चिंता नहीं हुई, जो उस नादान से बच्चे को प्लेटफार्म पर छोड दिया।

इस बारे में रेल थानाध्यक्ष अशोक कुमार साह ने बताया कि लावारिस हालत में पड़े बच्चे को कागजी प्रक्रिया पूरी कर स्थानीय चाइल्डलाइन के सदस्य को सुपुर्द कर दिया गया है।

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