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गंगरा : बाबा कोकिलचंद की आषाढ़ी पूजा विधिवत सम्पन्न, अब शुरू होगी धान की रोपाई

गंगरा/गिद्धौर (Gangra/Gidhaur), 14 जुलाई
● रिपोर्ट : सुशांत साईं सुन्दरम
बीते सोमवार, 11 जुलाई की देर शाम गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत गंगरा गांव स्थित बाबा कोकिलचंद मंदिर में वार्षिक आषाढ़ी पूजा विधिवत संपन्न हुई। इस मौके पर गंगरा व आसपास के अन्य गांवों के श्रद्धालुओं द्वारा घी-नैवेद्य अर्पित कर मंदिर में कोकिलचंद बाबा के पिंडी स्वरुप की पूजा-अर्चना की गई।
गंगरा मे बाबा कोकिलचंद मंदिर में यह पूजा हर साल आषाढ़ महीने में आयोजित किया जाता है। इस प्रकार के पूजा की परंपरा तकरीबन सात शताब्दियों से लगातार चली आ रही है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, आषाढ़ी पूजा सम्पन्न होने के बाद ही गंगरा गाँव में धान की रोपाई शुरू होती है।
बता दें कि गिद्धौर राज रियासत के महाराज द्वारा बाबा कोकिलचंद के पूजन के लिए नियुक्त सेवायत चटिया भैरोंसिंह भगत जी द्वारा आषाढ़ महीने में वार्षिक आषाढ़ी पूजा और अगहन महीने में नवान्न पूजा संपन्न कराया जाता है।

आषाढ़ी पूजा के बाद सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक महीने में कोकिलचन्द बाबा का बामर पूजन स्थगित रहता है। इसके पश्चात अगहन में कोकिलचंद बाबा का नेमान पूजा के बाद ही बामर पूजन होता है और नये धान का चावल खाने के उपयोग में लिया जाता है।
आषाढ़ी पूजा मे सम्मिलित होकर समस्त गांव के लोग धूमधाम से इस एक दिवसीय पर्व को मनाते हुए बाबा कोकिलचंद की आराधना की और लोककल्याण व सुख-शांति की कामना की। इस अवसर पर ब्राह्मणों द्वारा चावल, दाल एवं खीर का भोग बाबा कोकिलचंद को लगाया गया। इसमें बाहर के ब्राह्मण भी सम्मिलित हुए। रात्रि पूजन व भंडारी मुख्य व्यवस्थापक रमाकांत सिंह के देखरेख में भोग लगाया गया।
आषाढ़ी पूजा कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्थानीय गोपाल सिंह, नीरज सिंह, पुरोहित मिथलेश पांडेय का अहम योगदान रहा। वहीं बाबा के भजन गायन में गांव के अवध पांडेय, रामकिशोर पांडेय, विजय पांडेय, कार्तिक पांडेय ने महती भूमिका निभाई।
इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि कल्याण सिंह, डॉ. लखन लाल पांडेय, पूर्व मुखिया बिलायती सिंह, मुख्य पुजारी सुरेंद्र पांडेय, सोनू पांडेय, पप्पू सिंह, उमाकांत सिंह, बाबा कोकिलचंद विचार मंच ट्रस्ट के संयोजक चुनचुन कुमार सहित बड़ी संख्या में गांववासी मौजूद रहे।

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