जमुई (Jamui), 19 जून : अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध और टेरर फंडिंग का बड़ा मामला बिहार के जमुई से सामने आया है। यहां की पुलिस ने साइबर क्राइम में शामिल तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है। इनका पाकिस्तान से कनेक्शन है। तीनों से पटना एटीएस की टीम भी पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि तीनों शातिर केबीसी और लॉटरी के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे।
पकड़े गए शातिरों के पास से 3,87,400 नगद, 5 मोबाइल फोन, 11 एटीएम कार्ड के अलावे अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। पुलिस ने दो साइबर अपराधी को लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मंगरार, और एक को झाझा थाना क्षेत्र के चांय गांव से गिरफ्तार किया गया है। इसकी पहचान श्रवण कुमार, अमरजीत कुमार और रमेश कुमार के रूप में हुई है।
जमुई एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से सांठ-गांठ रखने वाले कुछ साइबर अपराधी जमुई में सक्रिय हैं। ये अपराधी टीवी प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति के अलावा अन्य लॉटरियों के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं।
कमीशन के तौर पर 7% राशि दी जाती थी
एसडीपीओ ने बताया कि घटना के मुख्य साजिशकर्ता द्वारा ठगी गई राशि को अपने खाते में जमा कराया जाता था। कमीशन के रूप में इन सहयोगियों को 7% राशि दी जाती थी। जब इन अपराधियों के व्हाट्सएप नंबर की जांच की गई तो पता चला कि मुख्य षड्यंत्रकर्ता अरविंद कुमार का संपर्क पाकिस्तान के आबिद नाम के व्यक्ति से है। उसके साथ सांठगांठ से वह ठगी का काम कर रहा है। पुलिस टेरर फंडिंग के एंगल से भी इसकी जांच कर रही है। तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब इनके अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।
हवाला कारोबार से जुड़े हैं तीनों गिरफ्तार ठग
एसडीपीओ ने बताया कि इन अपराधियों की कार्यशैली को देखकर प्रतीत होता है कि यह हवाला कारोबार से जुड़े हुए हैं। इसका संबंध अंतरराज्यीय, अंतरराष्ट्रीय और पाकिस्तान गिरोह के साइबर अपराधी से है। पटना से एटीएस और आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने भी जमुई पहुंचकर आरोपितों से पूछताछ की।
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