अलीगंज/जमुई (Aliganj/Jamui), 1 जून
◆ रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह
प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव में सोमवार की अहले सुबह से ही गांव के बरगद के पेड़ के नीचे सुहागिन महिलाओं ने पहुंचकर पुजा-अर्चना की।
वट सावित्री व्रत में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन की प्राप्ति के लिए बरगद की पूजा एवं परिक्रमा करती हैं।विद्वान ब्राहमणों के द्वारा सत्यवान की कथा भी सुनी जाती है।
बता दें कि वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि वट सावित्री व्रत रखने और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी का विधि - विधान पूजन से अखंड सौभाग्य, सुखी वैवाहिक जीवन और पति की लंबी आयु की प्राप्ति का वरदान मिलता है। इसके साथ ही इस दिन सुहागिन महिलाओं द्वारा सावित्री, सत्यवान और वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करने की भी परंपरा है। वट वृक्ष के साथ विष्णु भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा के समय वट सावित्री व्रत कथा भी सुनने की परंपरा है।
सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव के बरगद का पेड़ नीचे सुहागिन महिलाओं ने पुजा अर्चना किया और कथा सुनकर पति की दीर्घायु और परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की।