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गिद्धौर : अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मिलन समारोह आयोजित, उत्थान पर हुई चर्चा




गिद्धौर/जमुई (Gidhaur/Jamui), 3 दिसंबर : स्थानीय गिद्धौर सेंट्रल स्कूल के प्रांगण में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर प्रखण्ड दिव्यांग सेवा संघ द्वारा "दिव्यांगता - एक उम्मीद जागरूकता मंच' के बैनर तले संघ के सचिव डब्लू पंडित की अध्यक्षता में दिव्यांग मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया. जिसमें प्रखंड भर से दिव्यांगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.


इस मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे 'दिव्यांगता - एक उम्मीद जागरूकता मंच' के संरक्षक कुमार सुदर्शन सिंह को दिव्यांगजनों द्वारा माला पहनाकर सम्मानित किया गया. जिसके बाद कुमार सुदर्शन सिंह ने सभी दिव्यांगजनों को बारी-बारी से माला पहनाकर सम्मानित किया.


इस अवसर पर उपस्थित दिव्यांगजनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा दिव्यांगजनों को हर जगह सम्मान मिलना चाहिए. सम्मान मिलने से दिव्यांग अपने आप को हीन महसूस नहीं करेंगे. सभी दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड मिले सभी दिव्यांगजनों को मासिक पेंशन मिले, दिव्यांगजन जो पात्रता लायक है उन्हें सरकार द्वारा दी जाने वाली रोजगार उपलब्ध हो, हर दिव्यांग को जागरुक कर संगठित करना, सरकार द्वारा दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना का लाभ दिलाना, दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण दिलवाना मेरी पहली  प्राथमिकता है. मौरा पंचायत अध्यक्षक बलराम साव ने कहा की सरकार और गिद्धौर BDO के आदेश पत्र के बावजूद मौरा पंचायत में यूडी आईडी कार्ड को लेकर शिविर नहीं लगाई गई जिससे वहां के दिव्यांग वंचित रह गए.



वहीं सचिव डब्लू पंडित ने उपस्थित दिव्यांगजनों को संबोधित करते हुए कहा की सरकारी विभाग के पदाधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे रहते हैं मौरा में सिविर नहीं लगाना बहुत दुख की बात है. इसकी लिखित शिकायत संघ के द्वारा  प्रखंड विकास पदाधिकारी को किया जाएगा . उन्होंने कहा कोरोना महामारी व लॉक डॉउन के पहले दिव्यांग छोटी-छोटी दुकान या फिर कोचिंग पढ़ा कर अपना गुजर-बसर कर रहे थे लेकिन लॉक डाउन के बाद उनका कोचिंग व दुकान सब उजड़ गया वैसी हालत में दिव्यांग अब पैसे पैसे के लिए मोहताज होने को मजबूर हो गए हैं ऐसी माली हालत में सरकार के द्वारा मात्र ₹400 प्रति महिना पेंशन दिया जाना दिव्यांगजनों को अपमानित करने जैसा है. देश का बिहार ही एक ऐसा राज्य है  जहां दिव्यांगों को सबसे कम ₹400 प्रति महीने दिव्यांगता पेंशन दी जा रही है बाकी अन्य राज्यों में इससे कहीं बेहतर है. मैं इस समारोह के माध्यम से सरकार से मांग करता हूं कि हर दिव्यांगजनों को कम से कम 1500 प्रति महीना पेंशन मिले, शिविर लगाकर सभी दिव्यांगजनों का राशन कार्ड मिले, पात्रता के अनुसार सभी को आवास दिया जाय, चरणबद्ध तरीके से शिविर लगाकर यूडीआईडी कार्ड एवं मोटोराइजड ट्राईसाइकिल  वितरण की जाए, जो दिव्यांग रोजगार करने के लायक है बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराया जाए ताकि दिव्यांग अपना छोटा छोटा रोजगार कर सके.


इस अवसर दिव्यांग एक उम्मीद जागरुकता मंच  के संरक्षक कुमार सुदर्शन सिंह, सचिव डब्लू पंडित,उप सचिव राजेश कुमार मंडल,उपाध्यक्ष सपना भारती, पतसंडा पंचायत अध्यक्ष सुधीर कुमार यादव, सेवा पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर तांती, गंगरा पंचायत अध्यक्षक दीपक कुमार, कोल्हुआ पंचायत अध्यक्षक विवेकानंद गुप्ता, मौरा पंचायत अध्यक्षक बलराम साव, पूर्वीगुगुलडीह पंचायत अध्यक्षक बजरंगी ताँती, रतनपुर पंचायत अध्यक्ष दीपा कुमारी, राजेश मालाकर, धर्मेंद्र कुमार साव, रंजीत कुमार झा, पंकज कुमार साव, गोपाल कुमार साव, लालाराम, नितु कुमारी, बमबम सोनार, महेश कुमार, अर्जुन तांती, संदीप कुमार शर्मा, बच्चु रावत, संजय तांती के अलावे दर्जनों दिव्यांग मौजूद थे.

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